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________________ कति आगम शब्दकोश कप्प कति [कृति] भ० २०६७ से ६६, १०१ से १०४ कत्तो[कुतः] नाया० १।८।१५४ कतिवय [कतिपय] उवा० ७१४२ कथ] -कत्थइ, आ० २।१७४. सू० १।१४।२३. कतिविह [कतिविध] भ० १११०४ से १०७.१७४११. नाया०१२।२६ ३१०; २११३८; ६१५, ६,१५१, ७।२६ से ३५, ६७, थ [कथ्य] ठा० ४।६४४ ९६, १३१, १३६, १३७, ८।१ से ४,१७,१८, ४० से सू०२।२।६५. विवा० ११।६२ ४२, ८६, ८७, ६७,६६, १३६, १४६, २१६, २४३, ] सू०१।१४।२३. भ० ३।११२.नाया० २६३, ३०१, ३०२, ३४५ से ३४७, ३५०, ३६७, १।३।३५॥३. पण्हा० ३७ ३६८, ३८६, ४०५, ४१२, ४१३, ४१६, ४५१ से कदलि [कदलि] भ० २२११ ४५४, ४६७ से ४६६; 81८६, ८७, १०२, १०७, कदाइ [कदाचित] नाया० १११।१८. उवा० ११५४ ११४, २३६; १०६, १५, १६; ११११० से १४, कदायि [कदाचित] भ० १५११७८ ११६; १२।२०, ८३, १२४, १६३, २००; १३।२४, ०४।२८४. भ०६।४; ७।१८८; २५, १२५, १२७, १२६ से १३२, १३४, १३६, १३७, १७।१. नाया० १।१।१५६. पण्हा० १।२३; ३।५ १४०,१४२ से १४५; १४।१६, १७, १६, ५२, ८०, क ठा०४१३३१, ३५५. भ० ३।२६४ ११६; १६।१६, ३४, ७६, १२३; १७।१३, १६, ३८, कन्नगा किन्यका] नाया० ११८८२, ९८. विवा० ३६,४१, ४३ से ४६; १८७२ से ७६, १२०, १२२ १।६।११, २।१।११ से १२६, १२६ से १३१; १९१६२, ७६ से ८४, ८६ से कन्नया कन्यका] १।८।१४७ ९०, ६४ से १००, १०२ से १०६; २०।२४, ३७ से कन्ना [कन्या] भ० ११।१५८. नाया० १.१६०; ४१, ५२ से ६०, ७७, ७६; २५।२, ६, ६ से १२, ६६, १ ७, ३८, ६० से ६२, ८२,८६, ८८, ६६, १०२, १०६, २४६, २७४ से २७६, २७६ से २८५, ४५४; १०६ से ११२, १२०, १२३, १२४, १२७, १३१, ३३।१ से ४, १५, १६, २२, ३४ से ३६, ३६, ४२, १३४ से १३६, १४१ से १४७, १५४, १५५, १५६, ४७,५० से ५२, ५४, ५५ १६०, १६६ से १७३, १७५, १७६, १७८ से १८१; कतो [कुतस् ] ठा ०७।४८।१. उवा० ७१२१ १।१६।१६४ कत्त [कृत्] -कत्ताहि, पण्हा० १।२७. -किच्चई, सू० कन्नालिय [ कन्यालीक] पण्हा० २।१० १।२।७. ---किच्चंती, सू० १।३।७८. -किच्चती, सू० कंपणवाइय [कम्पनवातिक ] अणु० ३।५२ शह।४ कपिजलक [कपिञ्जलक] पण्हा० १६ कत्तण [कर्तन] सम० प्र०६६ कपिजलकरण[ कपिजलकरण] आ० चू. १०१८ कत्तर [कर्तर] उवा० २।२१ कपिहसिय [कपिहसित] भ० ३।२५३ कत्तवीरिय [कार्तवीर्य] ठा० ८।३६. सम० प्र०२३४।१ कप्प [कल्प] आ० चू० २।३४, ३५, ३।४, ५; कत्तिय [कृत्तिक] ठा० ५।६१. सम० ७।८; ८।६; १५।२५, २६१५. ठा०२।१७०, ३८० से ३८५, २६।४; ३७१५; ४०१७; प्र० २५२।१ ३६०, ४५० से ४५६; ३११३७, १३८, ४६६, [०४।२५६.भ०१५।४६; १८१४० ४८१; ४२७८, ४३२, ६३८, ६४६, ६५०, ६५१% से ५३, २१६. नाया० १३५१७५, १२०, १२१ ५।२२५ से २२७, ६७२, १०१, १०२, १०७, १०८; कत्तिया [कृत्तिका] ठा० ५।६१; ६७३, १२६; ७.२, ६६, १०२ से १०५, १०६; ८।४३, १०१, ८।११६; १०।१६८. सम०६७ १०२, ११२; ६।३२, ६४; १०1१००।१, १३१, कत्ती [कृति] नाया० ११८७२ १३२, १४८, १४६. सम० ११३६ से ४२,२।१४ से कत्तु [कर्तृ ] भ० २०।१७ १६; ३।१६, २०७४।१३, १४, ५।१७, १८,६।१२, २०२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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