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________________ 18 विवरण- घरों में रहने वाली छिपकलियों की लगभग 300 प्रजातियां हैं। ये मुख्यतः गर्म देशों में पाई जाती हैं। इनका मुख्य वर्ग गैको कहलाता है। इनकी सबसे बड़ी जाति बंगाल, मलाया प्रायद्वीप तथ पूर्वीय द्वीपों एवं दक्षिणी चीन तक पाई जाती है। आमतौर पर छिपकली अंडे देती है लेकिन कुछ प्रजातियां बच्चे भी देती हैं। ये कीट, पंतग, मकड़ी, बिच्छु यहां तक की दूसरी छिपकलियों को भी खा जाती हैं। इन पर बिच्छु के डंक का असर नहीं होता। दक्षिण भारत में पाए जाने वाली बरकुदिया छिपकली तथा ग्लास स्नेक [जो यूरोप, अफ्रीका, एशिया व उत्तरी अमेरिका में पाई जाती हैं ।] नामक छिपकलियों के पैर नहीं होते। ब्रीडेड तथा गिलामोनस्टर इन दोनों छिपकलियों को छोड़कर शेष छिपकलियों में विष नहीं होता और न ही इनके काटने से किसी की मृत्यु होती है। ब्रीडेड तथा गिलामोनस्टरये दोनों छिपकलियां एशिया में नहीं पाई जातीं। करभ [करभ] प्रश्नव्या 1/6 Young of Camel - ऊंट का बच्चा । देखें- उट्ट (ऊंट) करभ [करभ] प्रश्नव्या. 1/6 Young of Elephant-हाथी का बच्चा । देखें- कुंजर (हाथी) कलभ [कलभ] ज्ञाता. 1/1/157 Tharty Years old Elephant-30 वर्ष का हाथी । देखें - कुंजर (हाथी) कलहंस [कलहंस] ज्ञाता. 1/33 प्रज्ञा. 1/79 औप. 6 जीवा. 3/275 Barheaded goose - अत्यंत धूसर रंग का हंस, कलहंस, स्वान, वीरवा । आकार - घरेलू बत्तख से बड़ा । लक्षण - पंखों का रंग धूसर, भूरा तथा सफेद मिश्रित । • पैर छोटे तथा गुलावी रंग के चोंच छोटी, सीधी तथा 1 Jain Education International जैन आगम प्राणी कोश हल्की पीले रंग वाली। नर-मादा दोनों एक जैसे दिखाई देते हैं । विवरण - सर्दियों के दिनों में उत्तर भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश में पाए जाने वाला यह पक्षी पथभ्रष्ट होकर दक्षिण में मैसूर तक पहुंच जाता है। ऊपर से गुजरते हुए झुंड के झुंड कई स्थानों में अआंग अआंग ध्वनि करते हैं। कलुय [कलुक] प्रज्ञा. 1/49 A kind of Worm-कृमि की एक जाति, कलुस । देखें - अरक कवि [कपि] सू. 2/2/6 Monkey - बंदर । आकार - मुखाकृति एवं हाथ-पैर मनुष्य की भांति । लक्षण - शरीर का रंग अनेक प्रकार का होता है। हाथों अधिकतर बंदरों की । पंजे के नाखून बड़े की पकड़ बहुत मजबूत होती है। पूंछ लम्बी और मजबूत होती एवं मुड़े हुए होते हैं । विवरण - इनकी अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं जैसे चिंपाजी, बबून, गौरिल्ला, रीसस बंदर, सुनहरा लंगूर, हुलक गिब्बन आदि । 1 जापान का मकाकू बंदर फलों को धोकर खाता है दक्षिण अमेरिका का हाउलर बंदर बहुत ऊंची आवाज में चिल्लाता है। यह आवाज तीन किमी. तक सुनी जा सकती है। थुंथवाला बंदर चार फीट से कुछ लम्बा होता 4 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016052
Book TitleJain Agam Prani kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVirendramuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1999
Total Pages136
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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