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________________ २४७० देशी शब्दकोश जाएवय-गमन | जोक्कारिय-प्रशंसित जांवाय-जामाता जोक्खिय--तोलित जाणण-बारात जोडि-युग्म जालवणी-संवाद, खबर जोडिऊण-जोड़कर जाला-जब जोविय - दृष्ट जिम-यथा, जैसे-यथा इत्यर्थे जोव्वणजोअ-बुढापा, जरा देशी जोव्वणणी-जरा, बुढापा जीरवण-जीरण, पाचन जोव्वणिर-जरा, बुढापा जीविअमई-मृग को आकृष्ट करने । ज्जिअ-निश्चयसूचक अव्यय के लिए व्याध की कृत्रिम मृगी । ज्जेअ-निश्चयसूचक अव्यय जुअण-युवा, जवान ज्झहुराविअ-निवासित जुआरि-जुआरी, अन्न-विशेष जुंजम--हरा तृण-विशेष झंकोलिय - झकझोरित जुजमय--एक प्रकार की हरी घास जिसे पशु इच्छापूर्वक खाते हैं। | झंज्झडिय-झगड़ालू झंटण-परिभ्रमण जुट्ट-झूठ झंटिलिया-चंक्रमण, गमन जुडिअ ---आपस में जुटा हुआ, भिड़ा | झंदिय-प्रद्रुत, पलायित हुआ झंपड-१ विकराल । २ अर्ध जयगेहकसकरण-संयुक्त परिवार निमीलित नयन से अलग होकर नया घर बसाना झंपडिय-मुक्त, विरल-मुक्तविरल जुयलुल्ल-युगल इत्यर्थे देशी जरवणी-खेद करने वाली झंपण-१ अपकीर्ति । २ पर्यटन। जूराविअ-क्रुद्ध किया हुआ ३ पर्यटक जरिअ--खेदित-खेदित इत्यर्थे देशी झंपिअ-आच्छादित जूरिय-निर्भत्सित झगड-झगड़ा जूसअ—उत्क्षिप्त झगडअ-कलह करने वाला, जसिअ-क्षिप्त झगडालू जेवणय-दायां हाथ झग्गली-अभिसारिका जेवनार-जीमनवार झड-प्रहार जोअंगण--कीट-विशेष, इन्द्रगोप झडक्क –आकस्मिक प्रहार जोअड-खद्योत, कीट-विशेष झडक्किय-झिड़का हुआ जोडअ-व्याध | झडप्प--१ शीघ्रता । २ आक्रमण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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