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________________ परिशिष्ट १ गामणह— ग्राम-स्थान गामरेड – जो छलपूर्वक ग्राम का - उपभोग करता है वह गामहण – सामान्य गामार - ग्रामीण, गंवार गालवाहिया- छोटी नौका, डोंगी गाव-गत, गया हुआ गिभारि - वर्षाऋतु गिरिडी -- पशुओं के दांत बांधने का उपकरण- विशेष गिलोइया - गृह - गोधा, छिपकली गिलोई - छिपकली गिल्लगंड - गीला - आर्द्र इत्यर्थे देशी गोढ-घृत, व्याप्त गीर-गुदा, गिरि गुंजाविअ -- हासित, हंसाया हुआ गुंजोल्लिअ - विकसित गुंदल -- १ आनन्द-ध्वनि । २ आनन्द - वृद्धि | ३ आनन्द-मग्न गुंदवडय - एक प्रकार की मिठाई गुंदि - मंजरी गुंफण - गोफन, पत्थर फेंकने का शस्त्र - विशेष गुज्जणिअसंघटित गुज्जलिअ - संघटित गुडसोल्ल --- गुड से बना भोज्य पदार्थ गुडिअ -- सन्नद्ध गुडुर — वस्त्र- गृह, तंबू गुड्डुर - शोर मचाना गुणा - मिष्टान्न विशेष Jain Education International -- इच्छा गुत्तिय - आसक्त - सक्त इत्यर्थे देशी ( मराठी - गुंतलेली ) गुथिअ— उन्मूलित गुप्पीगुमिअ- भ्रमित, घुमाया हुआ गुमुगुमुगुमंत -- भिनभिनाना गुम्मडिअ - मुग्ध, मोहित गुम्मिअ-मूल से उत्सन्न ४६३.. गुरुहार – गर्भवती गुलिणी -- लतागृह गुलियारय – मधुरतर गुवालिया - वर्षा ऋतु में उत्पन्न होने वाला कीट - विशेष गेज्ज - ग्रैवेयक, गले का आभूषण गेडण - १ फेंकना । २ दे देना गेड्डा - यव, जौ धान्य गेड्डी - गेंद खेलने की लकड़ी गोंछ – गुच्छ गजल --- गले से संबंधित गोंदल --- १ संग्राम (मराठीगोंधल ) । २ समूह । ३ व्यापार गोंदलिय मिलित गोच्छड - गोबर गोजा - कलशी गोड-गोडा, पैर गोड्डु -१ स्तनों पर दी जाने वाली वस्त्र की गांठ । २ पंक गोणत्तय - वैद्य का औजार रखने का गोदा - नदी - विशेष, गोदावरी गोहिल - नागरिक गोप्पी -- बाला For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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