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________________ देशी शब्दकोश तो- चतुरिन्द्रिय जंतु - विशेष ( प्रज्ञा १।५१) । तोडण - १ असहिष्णु (दे ५।१८ ) । २ फल- विशेष (अंवि पृ २३८ ) । तोडहिया - वाद्य - विशेष ( कु पृ ८२ ) । तोडुका - चतुष्पद परिसर्प की एक जाति (अंवि पृ २२६) । तोड-क्षुद्र कीट, चतुरिन्द्रिय जीव - विशेष (अंवि पृ २३७ ) । तोडक - १ वृक्ष पर रहने वाला प्राणी - विशेष (अंवि पृ २२६) । २ टिड्डी | ३ भ्रमर (वि पृ २२७ ) । तोणी- शरीर - आहारे ताव च्छिंदाहि गेहिं तोणि चस्ससि' (व्यभा १० टी प ६९ ) । तोडि - करंब, दही चावल से बना हुआ खाद्य ( पा ४४० ) । तोप्पड्डय - अनिष्पन्न (निचू २ पृ ४८ ) । तोप्पारुमणा - उत्सव - विशेष (?) ( अंवि पृ ६८ ) । तोमरिअ - शस्त्र - प्रमार्जक, शस्त्रास्त्रों पर धार चढाने वाला (दे ५।१८) | तोमरगुंडि - लता - विशेष ( पा ३४५) । तोमरी - वल्ली, लता (दे ५।१७) । तोरण -- फल की एक जाति (अंवि पृ ६४ ) । तोरविय - उत्तेजित (पा ५३५) । तोलण - पुरुष ( दे ५।१७) । तोला - वाद्य- विशेष (आवचू १ पृ ३०९ ) । तोवट्ट - १ 'त्रपुपट्टिक' नाम का आभूषण । २ कमल - कणिका (दे ५१२३) । तोस- - धन, ऐश्वर्य (दे ५।१७ ) । २३७ थइया - १ नोली, कमर में बांधने की रुपयों की थैली - 'संबलथइयासणाहो' ( उसुटी प ६२ ) । २ थैला (अंवि पृ २२१) । थउड्डु -- भल्लातक वृक्ष, भिलावा (दे ५।२६) । चंडिक्क - कांस्य पात्र ( आचू पृ ३४५)। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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