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________________ २६८ : परिशिष्ट १ सुयक्खाय-सेल सुयक्खाय सुयधम्म सुर मरगिरि सुरसम सुरा सुरिंद १३ सुरूव (पवेइय) सुहमण (पवयण) सुय (देव) सुय .(मंदर) सुहि (स्वर्) सुहित (पृ १५४) सुहिय (सक्क) सुहुम (कंत) सुहुम (सोम) सूइभूय (पृ १५४) सूचीका (सामायिक) सूयते (उम्भिण्ण) सूर (सुभासिय) सूर (सुसील) सूर (आलीन) ज सुरुव सुविवेग सुविहिय सुव्वत्त सुव्वय सुव्वय सुश्लिष्ट सुश्लिष्ट सुसंहत सुसमाहित सुसागय सूरलेस्सा (सुसंहत) (पृ १५५) (धम्ममण) (विट्ठ) (सुत्त) (नायय) (णिव्वुत) (मित्त) (खुड्डलक) (पुप्फ) (अप्पडिबद्ध) (कडग) (उप्पज्जते) (वीर) (पृ १५५) (साहसिक) (धीर) (पृ १५५) (मंदर) (मंदर) (सिद्धत्थ) (पृ १५५) (उवसग) (सागारिय). (सागारिय) (सागारिय). (सागारिय) (पृ १५५) (वेला) (पंडुर) (रुइय). (णग) (पासाण सुसाणवित्ति सुसील सुसुइभूय सुसुणाग सूरियावत्त (संयत) सूरियावरण (सागय) सेज्जस (चंडाल) सेज्जा (पृ १५५) सेज्जा (व्हाय) सेज्जातर (अलस) सेज्जादाता (सामायिक) सेज्जाधर (हिय) सेज्जायर (णिव्वाण) (सात) (हियकामग) (धुवक) (अड्ढ) सेल (सिद्धत्थ) सेल सुह सेत सेतु ह सेय सुहकामग सुहत सेय सहभागि सुहभागि Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016050
Book TitleEkarthak kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1984
Total Pages444
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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