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________________ कत्त—कलह कत्त कत्ताहि कथयन्ति कथित कधेति कप्प कप्प कप्प कप्प कप्प - कप्पण कप्पिय कप्पिय कम कम कमढ कमनीय कमल कम्पन कम्म कम्म कम्म कम्म कम्म कम्मकर : कम्मकरी कम्मक्खय कम्ममास कम्ममास कम्मारय कयत्थ Jain Education International ( जीव तिथकाय ) ( पहर) ( बेंति) ( आहित ) (आचिक्खति ) ( पृ ४४ ) . ( पृ ४४ ) (अणुष्णा) (काल) (ववहार ) ( परूवण ) ( पृ ४४) ( अज्झत्थिय ) (विहि) ( आणपुवि ) ( जल्ल) ( कान्त) कयार करण करण करण करण करण करण निप्पण्ण करीस करीसण करुण करोडक कर्कश कर्दम रहित कर्पर कर्बुर कर्म कर्म कर्मन् कर्मबन्ध ( पृ ४४ ) (एजन) ( पृ ४४ ) ( उट्ठाण ) ( दुक्ख ) कलभ (पाव) कलश (वेर) कलस (दास) कलह (दासी) कलह् ( संति) कलह ( उ उमास ) कलह (रिउ) कलह (दास) कलह ( धण्ण) कलह परिशिष्ट १ कर्मानुभूति कलंकरहित For Private & Personal Use Only १८७ ( पृ ४५ ) ( पृ ४५) (उबहि) (जोग) (भवन) (संस्कृत) ( लिंगिय ) ( गोब्बर ) ( धूणण ) (१४५) ( पृ ४५ ) ( प्राम्यवचन ) (निष्पंक) (छेद) ( बकुश) (क्रिया) (योग) (स्थान) (क्रिया) (स्थिति) (निष्पंक) (बालक) (घट) (अरंजर) ( पृ ४५) ( अधम्मत्थिकाय ) (अधिकरण) ( आयास) (समर) ( कोह) (डिम्ब ) www.jainelibrary.org
SR No.016050
Book TitleEkarthak kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1984
Total Pages444
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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