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________________ लेश्या-कोश २४१ लेशी देवियाँ संरख्यातगुणी, उनसे नीललेशी देवियाँ विशेषाधिक, उनसे कृष्णलेशी देवियाँ विशेषाधिक, उनसे तेजोलेशी देवता संख्यातगुणा तथा उनसे तेजोलेशी देवियाँ संख्यातगुणी होती हैं। '८९ २५ भवनवासी देवताओं में : एएसि गंभंते ! भवणवासीणं देवाणं कण्हलेसाणं जाव तेऊलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा ४ ? गोयमा! सव्वत्थोवा भवणवासी देवा तेऊलेसा, काऊलेसा असंखेज्जगुणा, नीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया । -पण्ण० प १७ । उ २ । सू १८ । पृ० ४४. तेजोलेशी भवनवासी देवता सबसे कम, उनसे कापोतलेशी भ० असंख्यातगुणा, उनसे नीललेशी भ• विशेषाधिक तथा उनसे कृष्णलेशी भ० विशेषाधिक होते हैं। '८९२६ भवनवासी देवियों में : एएसि णं भंते ! भवणवासिणीणं देवीणं कण्हलेसाणं जाव तेऊलेसाण य कयरे कयरेहितों अप्पा वा ४ ? गोयमा! एवं चेव । -पण्ण० प १७ । उ २ । सू १८ । पृ० ४४०-४१ तेजोलेशी भवनवासी देवियाँ सबसे कम, उनसे कापोतलेशी भ० असंख्यातगुणी, उनसे नीललेशी भ० विशेषाधिक तथा उनसे कृष्णलेशी भ० देवियाँ विशेषाधिक होती हैं। ८६ २७ भवनवासी देवता तथा देवियों में : एएसि णं भंते ! भवणवासीणं देवाणं देवीण य कण्हलेसाणं जाव तेऊलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा ४१ गोयमा! सव्वत्थोवा भवणवासी देवा तेऊलेसा, भवणवासिणीओ तेऊलेसाओ संखेज्जगुणाओ, काऊलेसा भवणवासीदेवा असंखेज्जगुणा, नीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काऊलेसाओ भवणवासिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, नीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ। -पण्ण० प १७ । उ २ । सू १८ । पृ० ४४१ तेजोलेशी भवनवासी देवता सबसे कम, उनसे तेजोलेशी भ० देवियाँ संख्यात गुणी, उनसे कापोतलेशी भ० देवता असंख्यात गुणा, उनसे नीललेशी भ० देवता विशेषाधिक, उनसे कृष्णलेशी भ० देवता विशेषाधिक, उनसे कापोतलेशी भवनवासी देवियाँ संख्यातगुणी, उनसे नीलेशी भव० देवियाँ विशेषाधिक तथा उनसे कृष्णलेशी भ० देवियाँ विशेषाधिक होती हैं। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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