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________________ पुद्गल-कोश ६५३ जीटी०-जीवाजीवाभिगम टीका-( देवचंदलाल भाई जैन पुस्तकोद्धार ), सं. १९९५ । द०-दशवकालिक अगस्त्यसिंह स्थविर चूणि (प्राकृत ग्रन्थ परिषद् वाराणसी) सन् १९७३ । दजिचू०-दशवकालिक जिनदास चणि (श्री ऋषभदेव केशरीमल ) श्वेताम्बर __ संस्था, रतलाम सन् १९३३ । नि-निधण्टु तथा निरुक्त ( मोतीलाल बनारसीदास वाराणसी) सन् १९६७ ।। पंटी-पंचाशक प्रकरण टीका-( ऋषभदेव केशरीमल ) श्वेताम्बर संस्था रतलाम सन् १९४१ । पंसंटी-पंचसंग्रह टीका-(श्री खुवचंद पानचंद ) उभोई गुजरात सन् १९३७ । पा०–पालि इंग्लिश डिक्शनरी (पालि टेक्स सोसाइटी ) लंदन, सन् १९१२ । पिटी-पिण्डनियुक्ति टीका-(देवचंद लालभाई) जैन पुस्तकोद्धार. सन् १९१८ । प्रज्ञाटी-प्रज्ञापना टीका-आगमोदय समिति, बम्बई सन् १९७८ । प्रसाटी०-प्रवचनसारोद्धार टीका-( देवचंद लालभाई ) जैन पुस्तकोद्धार द्वितीय संस्करण सं० १९८१। प्रा.-प्राकृत व्याकरण (हेमचन्द्र ) जैन दिवाकर दिव्यज्योति कार्यालय, ब्यावर सं० २०१६ । प्राकटी०-प्राचीन कर्म ग्रन्थ टीका-( जैन आत्मानन्द सभा ) भावनगर वि० सं. १९७२। भटी०-भगवती टीका-१-(आगमोदय समिति, बम्बई सन् १९१८ । भगवती टीका-२-( ऋषभदेव केशरीमल ) श्वेताम्बर संस्था, रतलाम, द्वितीय सस्करण सन् १९४० । राटी.-राजप्रश्नीय टीका-( गुर्जर ग्रन्थरत्न कार्यालय अहमदावाद ) वि० सं० विभा०—विशेषावश्यक भाष्य (दिव्य दर्शन कार्यालय अहमदावाद, वीर सं० २४८९ ।) विभाकोटी-विशेषावश्यकभाष्य-कोट्याचार्य टीका ( श्री ऋषभदेव केशरीमल ) रतलाम सन् १९३६ । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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