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________________ पुद्गल-कोश ५७१ एदस्स साहणटुमप्पाबहुगं वुच्चदे। तंजहा-सव्वत्थोवो पोग्गलपरियदृकालो। खेत्तपरियट्टकालो अणंतगुणो। कालपरियट्टकालो अणंतगुणो। भवपरियट्टकालो अणंतगुणो। भावपरियट्टकालो अणंतगुणो त्ति । -कसायपा० विह ३ । भा ४ । गा २२ । टीका । पृ० १०१ पुद्गल परिवर्तन काल सबसे थोड़ा है। इससे क्षेत्र परिवर्तन का काल अनंत गुणा है। इससे काल परिवर्तन का काल अनंतगुणा है। इससे भव परिवर्तन का काल अनंतगुणा है। इससे भाव परिवर्तन का काल अनंतगुणा है। पुद्गल परिवर्तन ( संख्या की) (ख) अदीदकाले एगस्स जीवस्स सव्वत्थोवा भावरियट्टवारा। भवपरियट्टवारा अणंतगुणा। कालपरियट्टवारा अणंतगुणा। खेत्तपरियट्टवारा अणंतगुणा । पोग्गलपरियट्टवारा अणंतगुणा। -षट् • खण्ड २ । भा ५ । सू ४ । टीका । पु ४ । पृ० १६७ अतीत काल में एक जीव के सब से कम भाव परिवर्तन के वार हैं। भव परिवर्तन के वार भाव परिवर्तन के वारों से अनंतगुणे हैं। काल परिवर्तन के वार भव परिवर्तन के वारों से अनंतगुणे हैं। क्षेत्र परिवर्तन के वार काल परिवर्तन के वारों से अनंतगुणे हैं। पुद्गल परिवर्तन के वार क्षेत्र परिवर्तन के वारों से अनंतगुणे हैं। पुद्गल परिवर्तन की अल्पबहुत्व (ग) सव्वत्थोवो पोग्गलपरियट्टकालो। खेत्तपरियट्टकालो अणतगुणो। कालपरियट्टकालो अणंतगुणो। भवपरियट्टकालो अणंतगुणो। भाव परियट्टकालो अणंतगुणो। -षट् • खण्ड २ । भा ५ । सू ४ । टीका । पु ४ । पृ. १६७ पुद्गल परिवर्तन का काल सबसे कम है। क्षेत्र परिवर्तन का काल पुद्गल परिवर्तन के काल से अनंतगुणा है। काल परिवर्तन का काल क्षेत्र परिवर्तन के काल से अनंतगुणा है। भव परिवर्तन का काल काल परिवर्तन के काल से अनन्तगुणा है । भाव परिवर्तन का काल भव परिवर्तन के काल से अनंतगुणा है। १८.१ वर्गणा की अपेक्षा अल्पबहुत्व सम्वत्थोवा कम्मइयसरीरदव्ववग्गणाए ओगाहणा। मणदत्वग्गणाए मोगाहणा असंखेज्जगुणा। भासावव्ववग्गणाए ओगाहणा असंखेज्जगुणा। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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