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________________ पुद्गल - कोश (ख) अणंतेहि सरिसधणियपरमाणूहि एगा वग्गणा होदि, दव्यट्टिय यावलंबादो । ४९८ (ग) पुद्गल समुदायविशेषे । - कसापा० विह० ४ । भा ५ । गा २२ । टीका । पृ० ३४८ (घ) असंख्यातानामनन्तानां च परमाणूनां समुदाये । अभिधा० भा ५ । पृ० ९६८ (ङ) इह समस्तलोकाकाशप्रदेशेषु ये केचन एकाकिनः परमाणवो विद्यन्ते तत्समुदायः सजातीयत्वाद् एकावर्गणाः । – कर्म० भा ५ । गा ७५ । टीका । पृ० ८१ - अभिधा० भा ५ । पृ० ५४१ (च) एकाकिनः संति लोके येऽनंताः एकाकित्वेन तुल्यानां २. अणुवर्गणा परिभाषा / अर्थ Jain Education International परमाणवः । तेषामेकra वर्गणा ॥ (छ) xxx एगपदेसियपोग्गलदव्ववग्गणा परमाणुसरूवा x x x - षट्० खण्ड ५, ६ । सू ७६ । टीका । पु १४ । पृ० ५४ - लोकप्र० सर्ग ३५ । श्लो ७ वर्गणापरूपणा की अपेक्षा यह एक प्रदेशी परमाणु पुद्गल द्रव्य वर्गणा है । इस समस्त लोकाकाश प्रदेश में एकाकि ( अलग अस्तित्व छुटे हुए ) इस प्रकार के अनंत परमाणु लोक में है । उनका एकीपन तुल्य होने के कारण उसकी एक वर्गणा समझनी चाहिए । एक प्रदेशी पुद्गल द्रव्य वर्गणा परमाणु स्वरूप होती है। afणा शब्द की भावाभिव्यक्ति अंग्रेजी के Grouping शब्द में पूर्ण रूप से व्यक्त होती है । सजातीय वस्तुसमुदायो वर्गणा समूहो, वर्गः राशिः इति पर्यायाः - विशेभा० गा ६३५ | टीका । अर्थात् समान गुण और जाति वाले समुदाय को वर्गणा कहते हैं | वर्गणा, समूह, वर्ग, राशि - ये पर्यायवाची शब्द हैं । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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