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________________ ४८६ पुद्गल - कोश (३) जिस पुद्गल स्कंध का छेदन-भेदन अन्यत्र वहन कुछ भी न हो सके ऐसे नेत्र से दृश्यमान पुद्गल स्कंध ( Visible Energies ) को स्थूल सूक्ष्म कहते हैं । जैसे - छाया, ताप आदि । (४) नेत्र को छोड़ कर चार इन्द्रियों के विषय भूत पुद्गल स्कंध ( UltravisiBle But Intra Sensual Mattar ) को सूक्ष्म - स्थूल कहते हैं । जैसे - वायु तथा अन्य प्रकार की गैसें । (५) वे सूक्ष्म पुद्गल स्कंध जो अतीन्द्रिय ( Ultra Sensual Mattar ) को सूक्ष्म कहते हैं । जैसे - मनोवर्गणा, भाषावर्गणा, कार्यवर्गणा आदि के पुद्गल । (६) ऐसे पुद्गल स्कंधों को जो भाषावर्गणा व मनोवर्गणा के स्कन्धों से भी सूक्ष्म है । अति सूक्ष्म ( Altimate Atom) कहते हैं । जैसे- द्विप्रदेशी स्कंध आदि । ९ स्कंध के भेद स च स्कंधो दशधा - शब्द- बन्ध- सौक्ष्म्य, स्थौल्य संस्थान -भेद तमश्छाया -ssतपो द्योतभेदात् । - - आहंतद० पृ० ६२७ उद्धृत स्कंध के दस प्रकार हैं - शब्द, बंध, सौक्ष्म्य, स्थौल्य, संस्थान, भेद, तम, छाया, आतप और उद्योत । • १० पुद्गल के धर्म शब्द-बन्ध-सौस्म्य- स्थौल्य संस्थान -भेद तमश्छायातपोद्योतप्रभावांश्च । - जैसिद्धी ० प्र १ । सू १२ शब्द, बन्ध, सौक्ष्म्य, स्थोत्य, संस्थान, भेद, तम, छाया, आतप, उद्योत, प्रभा आदि पुद्गल के धर्म है । स्कंध के भेद शब्दबंध सौक्ष्म्यस्थौल्य संस्थानभेदतमश्छायातपोद्योतवंतश्चस्कंधा इति । - तत्त्वश्लो० अ ५ । सू २४ । पृ० ४३० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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