SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 456
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (सुत्तंकसहिओ) ૪૫૫ अनुओ. २५१; વિશેષ, એક માપ दंतकुडी [दन्तकुडी] Ea तंदु. १२६; तंदु. १२९; दंतमूसल [दन्तमूसल] शुमो ७५२' दंतग्ग [दन्ताग्र] हांतनो सामाग निर. १७; जंबू. ३४४; दंतवक्क [दन्तवक्त्र] यवता २१-ठेन। दंततरसोहणय [दन्ततरशोधनक] हतनी | વચનમાત્રથી શત્રુ દમિત થાય છે वय्येन सांतराने साई ७२वार्नु ७५६२५, || सूय. ३७३; દંત શોધનિકા दंतवण [दे. Eid भत्त. १०२, उवा. ८; ओह. ७८५; दंतपक्खालण [दन्तप्रक्षालन] हांतने घोवा ते दस. २५; સાફ કરવા તે दंतवणविहि [दे. Einl२वानी विधि सूय. २८८,७०४; अनुओ. २०; उवा. ८; दंतपहोयण [दन्तप्रधावन] ६iत धोकाते दंतवाणिज्ज [दन्तवाणिज्य] Eiतनो व्यापार, दस. १९; શ્રાવકના નિષિદ્ધ વ્યાપારનો એક ભેદ दंतपाय [दन्तपात्र] हांतनु बनावेद पात्र उवा. ९; आया. ४८६; उव. ४८,५०; दंतवीणिया [दन्तवीनिका] हतने वी९॥ है। निसी. ६५५ थी ६५७; બનાવી વગાડવા दंतबंधन [दन्तवन्धन] ६iतनुं बंधन निसी. ३५२,३६४; आया. ४८६; उव. ४८,५०; दंतवेदणा [दन्तवेदना] Eiतनी वहन निसी. ६५८ थी ६६०; जीवा. १८५; दंतमणि [दन्तमणि] हाथी माहिना idwiथी दंतसेढी [दन्तश्रेणी] iतनी पंडित નીકળતો મણી तंदु. ६४; पण्हा, ४५; दंतसेणी [दन्तश्रेणी] Eiतनी पंडित दंतमणिपत्त [दन्तमणिपात्र] हाथी महिना जंबू. ४९; દાંતમાંથી નીકળતા મણીનું બનેલ પાત્ર दंतसोहण [दन्तशोधन] iत जोतरी पण्हा. ४५; दस. २९; उत्त. ६४१, दंतमल [दन्तमल] iतनो भेल दंतार [दन्तकार] हांत तरना२ रीगर आया. ५०६,५०८; पन्न. १७५; निसी. ३०,१८४,३०१,४६७,५३४,७१६, दंति [दन्तिन] थी, ९६९,१०५५,११७४,१२२८; जंबू. १२४; दंतमाल [दन्तमाल] वृक्ष-विशेष निर. ६ थी ८,१७ थी १९; जीवा. १८५; जंबू. ३२; दंतिया [दन्तिका] गुमातिन वृक्ष दंतमालिया [दन्तमालिका] {तात. पन्न. ५४; निसी. ४७० थी ४७२,११११ थी १११३; । दंती [दन्ती] 6९५२, मेड वनस्पति दंतमुसल [दन्तमुसल] तमुसल-थानात!| भग. ८३३; पन्न, ८६; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016025
Book TitleAgamsaddakoso Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgamdip Prakashan
Publication Year2001
Total Pages562
LanguagePrakrit, Sanskrit, Gujarati
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy