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________________ ६४८ मरु - निवासी | कंतार न [ कान्तार] निर्जल जंगल | 'थली स्त्री [स्थली] । 'भू स्त्री. मरुभूमि | 'य वि [' ज ] मरु देश में उत्पन्न मरुअ देखो मरु = मरुत् । एक देव-जाति । ° कुमार पुं. वानरद्वीप का एक राजा । 'वसभ पुं [वृषभ ] इन्द्र | मरुआ स्त्री [ मरुता ] श्रेणिक की एक पत्नी । मरुणी स्त्री [ मरुकिणी] ब्राह्मणी । मरुंड देखो मुरुंड । मरुकुंद पुं [दे. मरुकुन्द ] मरुआ । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष मरुदेव पुं [मरुदेव ] ऐरवत क्षेत्र के एक जिनदेव । एक कुलकर पुरुष । मरुदेवास्त्री [मरुदेवा, 'वी] भ. ऋषभदेव मरुदेवी की माता । श्रेणिक की पत्नी, ज मद्देवाभ. महावीर के पास दीक्षा लेकर मुक्ति पाई थी । मरुल पुं [दे] भूत-पिशाच । मरुव देखो मरुअ । मरुस देखो मरिस । मल सक मल | धारण करना । मल देखो मद्द | मल [] पसीना । मल पुंन. मैल | पाप । कर्म । मलपि वि [ दे] अहंकारी । मलय पुं [दे. मलक] आस्तरण-विशेष | मलय पुं [ दे. मलय ] पहाड़ का एक भाग । उद्यान । मलय पुं [ मलय ] दक्षिण का एक पर्वत । देश-विशेष | छन्द-विशेष | देवविमान विशेष | न. श्रीखण्ड, चन्दन । पुंस्त्री मलय का निवासी । °के पुं [°केतु] एक राजा । गिरि पुं. एक जैन आचार्य और ग्रन्थकार । 'चंद पुं [ चन्द्र ] एक जैन उपासक । हि पुं [द्र] पर्वत- विशेष । 'भव वि. मलय देश में उत्पन्न । न चन्दन | मई स्त्री [ती] राजा मलयकेतु की स्त्री । °य [ज] Jain Education International मरुअ-मल्लो देखो भव । रुह पुं. चन्दन का पेड़ । न. चन्दन - काष्ठ । चिल पुं. मलय पर्वत । णिल पुं [निल] मलयाचल से बहता शीतल पवन । यल देखो चल । मलय वि [मालय ] मलय देश में उत्पन्न | न. चन्दन | मलवट्टी स्त्री [] तरुणी, युवति । मलहर पुं [दे] तुमुल-ध्वनि । मलिअन [ दे] लघु-क्षेत्र । कुण्ड । मणि वि [मलिन] मैला, मल-युक्त । मलीमसवि [ मलीमस ] मलिन, मैला । मलेच्छ देखो मिलिच्छ । मल्ल सक [मल्लू ] देखो मल = मल् | मल्ल पुं. पहलवान । बाहु-योद्धा । पात्र । भीत का अवष्टम्भन - स्तम्भ । छप्पर का आधार भूत काष्ठ । 'जुद्ध न ['युद्ध] कुश्ती | ° दिन्न पुंन [दत्त ] एक राजकुमार । वाइ पुं ['वादिन्] जैन आचार्य और ग्रन्थकार । मल्ल न [ माल्य ] पुष्प । फूल की माला । मस्तकस्थित पुष्पमाला । एक देव - विमान । बलि । मल्लइ पुं [ मल्लकि, किन्] नृप - विशेष । मल्लग न [ दे. मल्लक] पात्र विशेष, । मल्लय शराव । चषक | मल्लय न [ दे] एक तरह का पूआ । वि. कुसुम्भ से रक्त । मल्लाणी स्त्री [दे] मातुलानी । मामी । मल्लि स्त्री. उन्नीसवें जिन देव का नाम । मोतिया का गाछ । णाह पुं [नाथ] उन्नीसर्वे जिन देव | मल्लि स्त्री पुष्प - विशेष । मल्लिअज्जुण पुं [ मल्लिकार्जुन] एक राजा । मल्लिआ स्त्री [मल्लिका ] पुष्प वृक्ष - विशेष | पुष्प विशेष | छन्द- विशेष । मल्लिहाण न [ माल्याधान ] पुष्प-बन्धनस्थान | केश-कलाप | मल्ली देखो मल्लि | For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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