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________________ ५८२ पुणोल्ल-पुन्न संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष पुणोल्ल सक [ प्र+नोदय ] प्रेरणा करना। पुण्णिमासिणी देखो पुण्णमासिणी। अत्यन्त दूर करना । पुत्त पुं [पुत्र] लड़का । °वई स्त्री [°वती] पुण्ण पुंन [पुण्य] शुभ कर्म, सुकृत । दो | लड़कावाली स्त्री। उपवास, बेला । वि. पवित्र । °कलसा स्त्री पुत्तंजीवय पुं [पत्रंजीवक] पुतजीया, जिया. [°कलशा] लाट देश का एक गाँव । °घण पोता का पेड़ । न. जियापोता का बीज । पुं[°घन] विद्याधरों का एक राजा । °मंत, पुत्तरे पुंस्त्री [दे] योनि, उत्पति-स्थान । "मत्त वि ["वत्| पुण्यवाला, भाग्यवान् । पुत्तलय पुं[पुत्रक] पूतला । पुण्ण वि [पूर्ण] सम्पूर्ण, भरपूर, पूरा । पुं. पुत्तलिया) स्त्री [ पुत्रिका ] शालभलिका, द्वीपकुमार देवों का दाक्षिणात्य इन्द्र । इक्षुवर पुत्तली पूतली । समुद्र का अधिष्ठायक देव । पक्ष की पांचवीं, | पुत्तह देखो पुत्त। दसवीं और पनरहवीं तिथि । पुन. शिखर- पत्ताणुपुत्तिय वि [पौत्रानुपुत्रिक] पुत्र-पौत्रादि विशेष । कलस पुं[°कलश] सम्पूर्ण घट । के योग्य । °घोस पुं[°घोष] ऐरवत वर्ष का भावी जिन- पुत्तिआ स्त्री [पुत्रिका] पुत्री । पूतली। देव । °चंद पुं["चन्द्र] सम्पूर्ण चन्द्रमा । पुत्ती स्त्री [पुत्री] लड़की। विद्याधर वंश का एक राजा। ‘प्पभ पुं पुत्ती स्त्री [पोती वस्त्र-खण्ड, मुख-वस्त्रिका । [°प्रभ] इक्षुवर द्वीप का अधिपति । °भद्द साड़ी, कटी-वस्त्र । देखो पोत्ती। पुं[°भद्र] एक गृह-पति, जिसने भगवान् | पुत्थ वि [दे] मृदु, कोमल । महावीर के पास दीक्षा लेकर मुक्ति पाई थी। पुत्थ । पुन [पुस्त, °क] लेप्यादि कर्म । यक्ष-निकाय का एक इन्द्र । पुंन. अनेक कूट पुत्थय , पोथी, किताब । देखो पोत्थ। शिखरों का नाम । यक्ष का चैत्य-विशेष । पुथवी देखो पुढवी। 'मासी स्त्री. पूर्णिमा तिथि । 'सेण पुं [°सेन] पुथुणी । (पै) देखो पुढवी । 'नाथ (4) पुं. राजा श्रेणिक का पुत्र, जिसने भगवान् महावीर पुथु वी , राजा। के पास दीक्षा ली थी। पुध देखो पिद = पृथक् । पुण्णमासिणी स्त्री [पौर्णमासी] तिथि-विशेष । पुधं देखो पिधं । पुण्णवत्त न [दे] आनन्द से हृत वस्त्र । | पुधम । (पै) देखो पुढम, पुढुम । पुण्णा स्त्री [पूर्णा] पक्ष की ५, १० और १५वीं तिथि । पूर्णभद्र और मणिभद्र इन्द्र की एक पुन्न देखो पुण्ण = पुन्य । कंखिअ वि अग्र-महिषी। ['काङ्क्षित, °काङ्क्षिन्] पुण्य की चाहपुण्णाग ) देखो पुन्नाग। वाला । 'कलस पुं [°कलश] एक राजा । पुण्णाम °जसा स्त्री [ यशस्] एक स्त्री । °पत्तिया पुण्णाली स्त्री [दे] असती, कुलटा । स्त्री [°प्रत्यया] जैन मुनि-शाखा । °पिवापुण्णाह पुंन [पुण्याह] पुण्य दिन, शुभ दिवस । । सय वि [°पिपासक] पुण्य की चाहवाला । वाद्य-विशेष । °भागि वि [°भागिन्] पुण्य-शाली । °सम्म पुण्णिमसी स्त्री [पूर्णमासी] पूर्णिमा । पुं [शर्मन्] एक ब्राह्मण । °सार पुं. एक पुण्णिमा स्त्री [पूर्णिमा] तिथि-विशेष । °यंद | श्रेष्ठी। पुं [°चन्द्र] पूर्णिमा चन्द्र । पुन्न देखो पुण्ण = पूर्ण । 'तल्ल पुं [°तल] पुधुम । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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