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________________ ४० संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष अणुद्धय-अणुप्पवत्त अणुद्धय वि [अनुद्धत] सरल, भद्र, विनयी। अणुपविस सक [अनुप्र + विश्] पीछे से अणुद्धरि पुं [अनुद्धरिन्] एक क्षुद्र जन्तु, कुंथु ।। प्रवेश करना । भीतर जाना । अणुद्धिय वि [अनुद्धृत] जिसका उद्घार न | अणुपवेस पुं [अनुप्रवेश प्रवेश, भीतर जाना। किया गया हो वह । बाहर नहीं निकाला हुआ। अणुपस्स सक[अनु + दृश्] पर्यालोचन करना । अणुद्धय वि [अनुचूत] अपरित्यक्त । | अणुपाल सक [ अनु + पालय् ] अनुभव अणुधम्म पुं [अणुधर्म] गृहस्थ-धर्म । करना । रक्षण करना । प्रतीक्षा करना । अणुधम्म पुं [अनुधर्म] अनुकूल - हितकर अणुपास देखो अणुपस्स । धर्म । °चारि वि [°चारिन्] हितकर धर्म | अणुपिट्ट न [अनुपृष्ठ] अनुक्रम । का अनुयायी, जैन-धर्मी। अणुपिहा देखो अणुपेहा। अणुधम्मिय वि [अनुधार्मिक] धर्म के अनु अणुपुंख न [अनुपुङ्ख] मूल तक, अन्त-पर्यन्त । कूल, धर्मोचित । अणुपुव्व वि [अनुपूर्व] क्रमवार, क्रिवि. अणुधाव सक [अनु + धाव पीछे दौड़ना। क्रमशः । °सो [शस्] अनुक्रम से । अणुनाय वि [अनुज्ञात] अनुमत, जिसको अणुपुव्व न [आनुपूर्व्य] क्रम, परिपाटी, अनुअनुमति दी गई हो वह । क्रम । अणुपंथ पुं [अनुपथ] समीप का मार्ग । रास्ता अणुपुव्वी स्त्री [आनुपूर्वी] ऊपर देखो। के पास । अणुपेक्खा स्त्री [अनुप्रेक्षा] भावना, चिन्तन, अणुपत्त वि [अनुप्राप्त] प्राप्त । विचार । अणुपन्न वि [अनुपन्न] प्राप्त । अणुपयट्ट वि [अनुप्रवृत्त] अनुसृत, अनुगत । अणुपेहण न [अनुप्रेक्षण] ऊपर देखो। अणुपेहा स्त्री [अनुप्रेक्षा] ऊपर देखो। अणुपयाण न [अनुप्रदान] दान का बदला प्रतिग्रहण । अणुपेहि वि [अनुप्रैक्षिन्] चिन्तन-कर्ता । अणुपरियट्ट सक [अनुपरि + अट्] घूमना, | अणुप्पइन्न वि [अनुप्रकीर्ण] एक दूसरे से परिभ्रमण करना। मिला हुआ, मिश्रित । अणुपरियट्ट अक [अनुपरि + वृत्] फिरना, | अणुप्पणी सक [अनुप्र+णी] प्रणय करना । फिरते रहना । परिवर्तन करना। । प्रसन्न करना। अणुपरिवठ्ठ देखो अणुपरियट्ट = अनुपरि + अणुप्पगंथ [अणुप्रग्रन्थ] सन्तोषी, अल्प परिवृत् । ग्रह वाला। अणुपरिवाडि, डी स्त्री [अनुपरिपाटि, टी] | अणुप्पण्ण वि [अनुत्पन्न] अविद्यमान । अनुक्रम । अणुप्पत्त देखो अणुपत्त । अणपरिहारि वि [अणुपरिहारिन्] 'परिहारी' | अणुप्पदा सक [अनुप्र+दा] दान देना, फिरको मदद करनेवाला, त्यागी मुनि की सेवा- | फिर देना। शुश्रूषा करनेवाला। अणुप्पदाण न [अनुप्रदान] दान, फिर-फिर अणुपवन वि [अनुप्रपन्न] प्राप्त । दान देना। अणुपवाएत्त वि [अनुप्रवाचयितु] पाठक, | अणुप्पभु पु [अनुप्रभु] स्वामी के स्थानापन्न, उपाध्याय । प्रतिनिधि । अणुपवाय देखो अणुप्पवाय = अनुप्र + वाचय । | अणुप्पया देखो अणुप्पदा । अणुपविट्ट वि [अनुप्रविष्ट] पीछे से प्रविष्ट । | अणुप्पवत्त सक [अनुप्र + वृत्] अनुसरण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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