SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 574
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ परिसाव - परिहार परिसाव सक [ परि + स्रावय् ] निचोड़ना । गालना । परिसावि देखो परिस्सावि । परिसाहिय वि [परिकथित ] प्रतिपादित, करना । परिस्संत देखो परिसंत । परिस्सज (शौ) देखो परिस्सअ । परिस्सम पुं [ परिश्रम ] मेहनत | संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष उक्त परिसिट्ठ वि [परिशिष्ट] भवशिष्ट । परिसित वि [परिषिक्त] सींचा हुआ । न परिच्छ देखो पहिच्छ । परिषेक, सेचन । परिसिल्ल वि [ पर्षद्वत्] परिषद् वाला । परिसीसग देखो पडिसीसअ । परिसुस (अप) सक [ परि + शोषय् ] सुखाना । परिसूअणा स्त्री [ परिसूचना ] सूचना | परिसेय पुं [परिषेक] सेचन । परिसेस पुं [परिशेष] अवशिष्ट । पारिशेषानु मान । बचा परिसेसिअ वि [परिशेषित] बाकी हुआ । परिच्छिन्न, निर्णीत | परिसेह पुं [परिषेध ] प्रतिषेध, निवारण । परिस्सअ सक [ परि + स्व ] आलिंगन परिस्सम्म अक [ परि + श्रम् ] मेहनत करना । विश्राम लेना । ५५५ परिस्सावि वि [ परिश्राविन् ] सुनानेवाला । परिह सक [ परि + धा] पहिरना, पहनना । परिह पुं [दे] रोष | परिह पुं [परिध] अर्गला । परिच्छवि [दे] दक्ष, निपुण । पुं. रोष | देखो परिहत्थ । कारण । परिस्सह देखो परीसह । परिस्साइ देखो परिस्सावि = परिस्राविन् । परिस्साव देखो परिसाव । परिस्सावि वि [परिस्राविन्] कर्म - बन्ध करनेवाला | चुनेवाला, टपकनेवाला । गुह्य बात को प्रकट कर देनेवाला । | Jain Education International परिहट्ट सक [मृद्, परि + घट्टय् ] मर्दन करना, चूर करना, कचरना, कुचलना । परिहट्ट सक [वि + लुल्] मारना । मार कर गिरा देना | सामना करना । लट लेना । अक जमीन पर लोटना । अभिघात, परिहट्टण न [ परिघट्टन ] आघात | घर्षण, घिसना | परिहट्टि स्त्री[दे] आकृष्टि, आकर्षण, खींचाव । परिहण न [ दे. परिधान] वस्त्र । परिहत्थ पुं [ दे] जलजन्तु-विशेष | निपुण । देखो परिच्छ, पsिहत्थ । परिहर सक [परि + धृ] धारण करना । परिहर सक [ परि + ह् ] त्याग छोड़ना | करना । परिभोग करना, परिहस सक [परि + हस्] उपहास करना । परिस्सव सक [ परि + स्रु ] चूना, झरना, परिहा अक [ परि + हा ] हीन होना, कम होना । टपकना । परिस्वपुं [परिस्रव] आसव, कर्म-बन्ध का परिहासक [परि + धा] पहिरना । परिहास्त्री [परिखा] खाई । परिहाइअवि [दे] परिक्षीण | परिहाण न [ परिधान ] कपड़ा | वि. पहनने करना, आसेवन करना । परिहाविअं [ ] जल-निर्गम, मोरी । परिहव सक [परि + भू] पराभव करना । तिरस्कृत करना । वाला । परिहाय वि [ दे] क्षीण, दुर्बल परिहार पुं. करण, कृति । परित्याग, वर्जन । परिभोग, आसेवन । परिहार- विशुद्धि नामक For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy