SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 488
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ दुमुह - दुरारोह दुमुह पुं [द्विमुख] एक राजर्षि । दुमुह देखो दुम्मुह = दुर्मुख | दुमुहुत्त पुंन [दुर्मुहूर्त ] खराब मुहूर्त । दुक्ख वि [दुर्मोक्ष] जो दुःख से छोड़ा जा सके। संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष दुम्म देखो दूम = दावय् । दुइ वि [दुर्मति] दुष्ट बुद्धिवाला । दुम्मणी स्त्री [] झगड़ाखोर स्त्री । दुम्मणवि [दुर्मनस्] खिन्नमनस्क, उद्विग्नचित्त, उदास । दीनतायुक्त । द्वेष-युक्त । दुम्मण अक [दुर्मनाय् ] उद्विग्न होना, उदास होना । ४६९ खराब हो वह । जिसका विनाश कष्ट साध्य हो वह । दुरंदर वि[दे] दुःख से उत्तीर्ण । दुक्ख वि [दुरक्ष] जिसकी रक्षा करना कठिन हो वह दुरक्खर वि [दुरक्षर ] परुष, कठोर, कड़ा (वचन) | दुरग्गह पुं [दुराग्रह] कदाग्रह | दुरज्झवसिय न [ दुरध्यवसित] दुष्ट चिन्तन । दुरणुचर वि [दुरनुचर] दुष्कर । Jain Education International दुरणुपाल वि [ दुरनुपाल ] जिसका पालन कष्टसाध्य हो । दुम्मणिअ न [दौर्मनस्य ] उदासी, उद्वेग, दुरप्प पुं [दुरात्मन्] दुर्जन । चिन्ता, बेचनी । दुरब्भास पुं [दुरभ्यास ] खराब आदत | दुम्मणिअन [ दौर्मनस्य ] दुष्ट मनो-भाव, मन दुरभि देखो दुब्भि | का दुष्ट विकार, दुर्जनता । दुम्म पुं [द्रमक ] भिखारी । दुम्महिला स्त्री [दुर्महिला ] दुष्ट स्त्री । दुम्माण पुं [दुर्मान ] झूठा अभिमान, निन्दित गर्व दुरभिगम वि. कष्ट - गम्य । दुर्बोध | दुरमच पुं [दुरमात्य] दुष्ट मन्त्री । दुरवगम वि. दुर्बोध | दुरवगम्म देखो दुरवगम | दुम्मार पुं [दुर्मार] भयंकर ताड़न । दुम्मारि स्त्री [दुर्मारि] उत्कट मारी-रोग । दुम्मारुय पुं [दुर्मारुत] दुष्ट पवन । दुम्मि वि [न] उपतापित, पीड़ित । दुरवगाह वि. जहाँ प्रवेश करना कठिन हो वह । दुरस वि [दूरस] खराब स्वादवाला । दुरसण पुं [ द्विरसन ] सर्प । दुर्जन । दुरहि देखो दुरभि । दुरहिगम देखो दुरभिगम । दुम्मिल स्त्रीन [दुर्मिल] छन्द - विशेष । दुम्मुह देखो [दुमुह ] = द्विमुख | दुरहिगम्म वि [दुरभिगम्य] दुर्बोध | दुरहियास वि [दुरध्यास, दुरधिसह] दुस्सह । दुम्मुह पुं [दुर्मुख] बलदेव का धारणी- देवी से दुराणण पुं [दुरानन] विद्याधर वंश का एक राजा । दुराणुवत्त वि[ दुरनुवर्त] जिसका अनुवर्तन कष्ट - साध्य हो वह । दुराय न [ द्विरात्र ] दो रात । दुरायार वि[दुराचार] दुराचारी । पुं. दुष्ट उत्पन्न एक पुत्र । दुम्मुह पुं [दे] वानर | दुमेह [दुर्मेधस्] दुर्बुद्धि । दुम्मो वि [दुर्मोक] दुःख से छोड़ाने योग्य | देखो दुअणु । आचरण । दुरइक्कम व [दुरतिक्रम] दुर्लघ्य । दुरइक्कमणिज्ज वि [दुरतिक्रमणीय] ऊपर दुराराह वि [दुराराध ] दुःख से आराध्य । दुरारोह वि. जिस पर दुःख से चढ़ा जा सके देखो । दुरंत वि [दुरन्त] जिसका परिणाम - विपाक वह, दुरध्यास | For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy