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________________ काइंची २३० संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष कहित्तु-कागी . कहित्तु वि [कथयित] कहनेवाला, भाषक। काओली स्त्री [काकोली] कन्द-विशेष, कहिया स्त्री [कथिका] कथा, कहानी। वनस्पति विशेष । कहु (अप) अ [कुतः] कहाँ से । काओवग पुं [कायोपग] संसारी आत्मा । कहेड वि [दे] जवान । काओसग्ग देखो काउसग्ग । कहेत्तु देखो कहित्तु । काक पुं. कौआ । ग्रह-विशेष, ग्रहाधिष्ठायक देवकाअइंची। स्त्री [काचिञ्ची] गुना । विशेष । °जंघा स्त्री [°जका] वनस्पति विशेष, चकसेनी, धुंघची। देखो काग, काइअ वि [कायिक] शरीर-सम्बन्धी । काय = काक। काइआ । स्त्री [कायिको] शरीर-सम्बन्धी काकंदग पुं [काकन्दक] एक जैन महर्षि । काइगा क्रिया । शौच-क्रिया । पेशाब । कादिय पुं [काकन्दिक] एक जैन महर्षि । काइंदी स्त्री [काकन्दी] बिहार की एक काकंदिया स्त्री [काकन्दिका] जैन मुनियों की नगरी। एक शाखा । काइणी स्त्री [दे] लाल रत्ती । काकंदी देखो काइंदो। काई स्त्री [काकी] कौए की मादा। काकणि देखो कागणि। काउ स्त्री [कापोती] लेश्या-विशेष । लेसा काकलि देखो कागलि। स्त्री [°लेश्या] आत्म-परिणाम-विशेष । °लेस्स काग देखो काक । तालसंजीवगनाय पं वि [°लेश्य] कापोत लेश्यावाला । "लेस्सा ["तालसंजीवकन्याय] काकतालीयन्याय । देखो °लेसा । °तालिज्ज, तालीअ न [°तालीय] काउंबर , पुं [काकोदुम्बर] ओषधि-विशेष । अकस्मात् किसी कार्य का होना । थल काउंबरी। न [°स्थल] देश-विशेष । पाल पुं काउकाम वि [कर्तुकाम] करने को चाहने- [पाल] कुष्ठ-विशेष । पिंडी स्त्री [°पिण्डी] वाला। अग्र-पिण्ड देखो। काय = काक । काउड्डावण न [कायोड्डावन] उच्चाटन, दूर, कागदी देखो काइंदी। स्थित दूसरे के शरीर का आकर्षण करना। कागणि स्त्री [दे] राज्य । मांस का छोटा काउदर पुं [काकोदर] साँप की एक जाति । टुकड़ा। काउमण वि [कर्तुमनस्] करने की चाह- कागणी देखो कागिणी। वाला। कागणी स्त्री [काकिणी] सवा गुञ्जा का एक काउरिस पुं [कापुरुष] नीच पुरुष । डरपोक पुरुष । कागल पुं [काकल] ग्रीवास्थ उन्नत प्रदेश । काउल्ल पुं दे] बक । कागलि । स्त्री [काकलि, ली] सूक्ष्म काउसग्ग । पुं [कायोत्सर्ग] शरीर पर के ! कागलो । गति-ध्वनि, स्वर-विशेष । भगवान् काउस्सग्ग , ममत्व का त्याग । कायिक-क्रिया अभिनन्दन की शासन-देवी । का त्याग । ध्यान के लिए शरीर की | कागिणी स्त्री [काकिणो] कौड़ी। बीस कौड़ी निश्चलता। के मूल्य का एक सिक्का । रत्न-विशेष । काऊ देखो काउ। कागी स्त्री [काकी] कौए की मादा । विद्याकाओदर देखो काउदर । विशेष । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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