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________________ २२४ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष करय-करेडु करय देखो करग । पक्षि-विशेष । निर्मापन । करयंदी स्त्री [दे] मल्लिका, बेला का गाछ । । कराविय वि [कारित] कराया हुआ। करयर अक [करकराय] 'कर-कर' आवाज करि पुं [करिन्] हाथी। °धरणट्ठाण न करना। [°धरणस्थान] हाथी को बाँधने की डोरकररुद्द पुं [कररुद्र] छन्द-विशेष । रज्जु । 'नाह पुं [°नाथ] ऐरावण, इन्द्र का करलि । स्त्री कदलि, °ली] पताका । | हाथी । उत्तम हस्ती। °बंधण न [°बन्धन] करली , हरिण की एक जाति । हाथी का | हाथी पकड़ने का गर्त । °मयर पुं [मकर] एक आभरण । जल-हस्ती। करव पुंन [दे. करक] जल-पात्र । करिअ पुं [करिक] एक महाग्रह । करवंदी स्त्री [करमन्दी] लता-विशेष, एक | करिआ स्त्री [दे] मदिरा परोसने का पात्र । जाति का पेड़ । करिणिया । स्त्री [करिणी] हथिनी । करवत्तिआ स्त्री [करपात्रिका] जल पात्र- | करिणी । विशेष । करिण पुं [करिन्] हस्ती। करवाल पुं. तलवार । करिमरी [दे] देखो करमरी । करविया स्त्री [दे. करकिका] पान पात्र करिल्ल न दे] वंशांकुर, बांस का कोपड़, विशेष । रेतीली भूमि में उत्पन्न होनेवाला वृक्ष-विशेष, करवीर पुं. कनेर का गाछ । जिसे ऊँट खाते हैं । करैला, तरकारी-विशेष । करसी [दे] देखो कडसो। अंकुर, कन्दल । पुं. करील वृक्ष, करील । करह पुं [करभ] उष्ट्र । सुगंधी द्रव्य-विशेष । वि. वंशांकुर के समान । करहंच न [करहञ्च] छंद-विशेष ।। करिस देखो कड्ढ = कृष् । करहाड पुं [करहाट] वृक्ष-विशेष, करहार, | करिस पुं [कर्ष] आकर्षण । विलेखन, रेखाशिफा कन्द, मैनफल । करण । पल का चौथा हिस्सा । करहाडय पुं [करहाटक] ऊपर देखो । देश करिस देखो करीस। विशेष । करिसग वि [कर्षक] कृषीवल । करही देखो करभी। इस नाम का एक छन्द । करिसण न [कर्षण] खींचाव । खेती करना। __ रुह वि [°रोह] ऊँट-सवार । कृषि । कराइणी स्त्री [दे] शाल्मली वृक्ष । करिसय देखो करिसग। करादल्ल पुं. स्वनामख्यात एक राजा । करिसावण पुंन [कार्षापण] सिक्का-विशेष । कराल वि उन्नत। दन्तुरित । भयंकर । फाड़ने करिसिय वि [कृशित] दुर्बल किया हुआ। वाला । विकसित । व्यवहित । वि. इस नाम | करीर पु. वृक्ष-विशेष । का विदेह-देश का राजा । करीस पुं [करीष] जलाने के लिए सुखाया कराल सक [करालय] फाड़ना, छिद्र करना । हुआ गोबर, कण्डा, गोइठा । विकसित करना। करुण देखो कलुण । करलो स्त्री [दे] दतवन, दांत शुद्ध करने का | करुणा स्त्री दया। काष्ठ । करे सक [कारय] कराना । करावण न [कारण] करवाना, बनवाना, | करेडु पुं [दे] कृकलास, गिरगिट, सरट । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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