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________________ कंडग ) २०६ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष कडिल्ल-कंदल कंडिल्ल पुं [काण्डिल्य] काण्डिल्य गोत्र का ! कति स्त्री [क्रान्ति] परिवर्तन । गमन । प्रवर्तक ऋषि-विशेष । पुंस्त्री. काण्डिल्य गोत्र कंतु पुं [दे] काम, कामदेव । में उत्पन्न ! न. गोत्र-विशेष, जो माण्डव्य गोत्र कंथक पुं [कन्थक] अश्व की एक जाति । की एक शाखा है। °ायण पुं [यन] कंथा स्त्री [कथा] कथड़ी, गुदड़ी, पुराने वस्त्र स्वनाम-ख्यात ऋषि-विशेष । से बना हुआ ओढ़ना। कंडु देखो कंडू। कंथार पुं [कन्थार] वृक्ष-विशेष । कंडु देखो कंदु। कथारिया ) स्त्री [कन्थारिका, °री] वृक्षकंडुअ सक [कण्डूय्] खुजवाना । कथारी विशेष । °वण न [°वन] कंडुअ पुं [कान्दविक] हलवाई। उज्जैन के समीप का एक जंगल, जहाँ अवन्तीकंडुअ । पुं [कन्दुक] गेंद । सुकुमार-नामक जैन मुनि ने अनशन व्रत किया था। कंडुज्जुय वि [काण्डर्जु] बाण की तरह सीधा। कथेर पुं [कन्थेर] वृक्ष-विशेष । कंडुयग वि [कण्डूयक] खुजानेवाला । कन्थेरी स्त्री [कन्थेरी] कण्टकमय वृक्ष-विशेष । कंडुयण न [कण्डूयन] खुजली । खुजवाना । कंद अक [क्रन्द्] काँदना, रोना । कंडुयय देखो कंडुयग। कंद वि [दे] दृढ़ । मत्त । न. आच्छादन । कंडुरु पुं [कण्डुरु] स्वनाम-ख्यात एक राजा, कंद पुं [क्रन्द, क्रन्दित] व्यन्तर देवों को एक जिराने रामचन्द्र के भाई भरत के साथ जैनी जाति । दीक्षा ली थी। कंद पुं [कन्द] जमीकन्द, सूरन, शकरकन्द, कंडू स्त्री [कण्डू] खुजवाना । रोग-विशेष । बिलारीकन्द, ओल, गाजर, लहसुन वगैरह । कंडूइ स्त्री [कण्डूति] ऊपर देखो। मूल । छन्द-विशेष । कंडूय देखो कंडुअ = कण्डूय् । कंडूयइ । कंद पुं[स्कन्द] कात्तिकेय । कंडूर पुं [दे] बक, बगुला। कंदणया स्त्री [कन्दनता] मोटे स्वर से कंडूल विकण्डूल] खाजवाला, कण्डू-युक्त ।। चिल्लाना। कंत सक [कृत्] काटना, छेदना। कातना । कंदप्प पुं [कन्दर्प] कामदेव । कामोद्दीपक कंत वि [कान्त] मनोहर । अभिलषित । पुं. हास्यादि। देव-विशेष । काम-सम्बन्धी पति । देव-विशेष । न. कान्ति । कषाय । वि. कामी। कंत वि [क्रान्त] गत। कंदप्प वि [कान्दर्प] कान्दर्प-सम्बन्धी। कंता स्त्री [कान्ता] स्त्री । रावण की एक कंदप्पिय पुं [कान्दर्षिक ] मजाक करनेवाला पत्नी का नाम । एक योगदृष्टि । भाण्ड वगैरह। भाण्ड-प्राय देवों की एक कतार न [कान्तार] जंगल ! दुष्ट, दूषित । जाति । हास्य वगैरह भाण्ड कर्म से आजीनिराश्रय । पागल। जल-फलादि-रहित अरण्य । विका चलानेवाला । वि. काम-सम्बन्धी। कंति स्त्री [कान्ति] तेज । शोभा, सौन्दर्य । कंदर न [कन्दर] रन्ध्र । गुहा । गुफा । इस नाम की रावण की एक पत्नी । अहिंसा। कंदरा । स्त्री [कन्दरा] गुहा, गुफा । इच्छा। चन्द्र की एक कला। पुरी स्त्री. कंदरी । नगरी-विशेष । °म, °ल्ल वि ["मत्] कान्ति- कंदल पुं [कन्दल] अंकुर । लता-विशेष । कन्द विशेष । युक्त। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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