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________________ किट्ट ] वा. कीर्तन करना; कथन करना. To praise; to glorify; to sing the praise of. ( ४७९ ) किहेड. भग० २ १: नाया - १; किes. श्राया० १, ५, ४, १५८, किडेमि. सूय० २ १. ११; किट्टे विधि० आया० १, २.६, १६४, सूर्य ० २, १, ५७; किट्टित्ता. सं० कृ० नाया० १; किंट्टत्ता. सं० कृ० उत्त० २६, १; नाया ० १; किट्टिया. सं० कृ० वव० ६, ३७; किलिए. हे० कृ० वेय० ३, २०; किट्ट. पुं० ( किट ) सोहाना अट. लोहे का जंग Iron-rust. माया० २, १, १, १; - रासि पुं० ( - राशि ) सोहाना घटनो ढगलो. लोहे के जन का ढेर. 8 heap of iron-rust. “ अट्टासिंसि वा किहरासिंसि बा" आया० २ १, १, १; fagueqer, sî• (fafgetrær ) únt લન લેાભની પ્રથમ સ્થિતિના ત્રણ ભાગ उरी तेमांना भीन्न त्रिभागनी संज्ञा मिट्टि २६ छे. संज्वलन लोभ की प्रथम स्थिति के तीन भाग में से दूसरे विभाग की संज्ञा किट्टिकरणद्धा कहलाती है. Name of the 2nd of the three divisions of the first stage of the kind of greed known as Sanjvalana Lobha क० प०५, ४१; किट्टि. बी० ( * ) सूक्ष्म. सूक्ष्म. Fine a opposed to gross प्रव ७१२; क० प० ३, १०; किट्टि - य. त्रि० (कीर्त्तित ) पशुवेलं; भक्तवेलुं. कहा हुआ; वात; वर्णन किया हुआ. [ किटिकूड 86 Described. एवं से अट्टा किहियमेव धम्मं " श्राया० १, ८, ५, २१७ स्य० २, १, ११; ठा० ७, १०; किट्टिक. पुं० ( किट्टिक ) थे जतनी वनस्पति एक प्रकार की वनस्पति A kind of vegetation भग० २३, १; किट्टिकर. त्रि० (कीर्तिकर ) शतिनुं गान ३२ना२. कीर्तिका गान करने वाला. (One ) that sings glory श्रव० ३१; किट्टिया. स्त्री० ( कीटिका ) ये लतनी साधारण वनस्पति एक प्रकार की साधारण वनस्पति A kind of ordinary vegetation. पन्न १: भग० १, २; जीवा० १; Jain Education International किट्टिस न० (*) क्षेत्र जतना बाजना मिश्र थी मने सूत्र दो तीन जातिके बालों के मिश्रण से बना हुआ सूत्र धागा. A rope or thread formed by twisting together horse hair or hairs of different kinds. अणुजो० ३७; किट्टी. बी. ( किट्टी ) खेड लवनी वनस्पति एक प्रकार की वनस्पति A kind of vegetation. पन ० १; किट्ठि. पुं० न० ( कृष्टि ) दृष्टिनाभनुं त्रीम थोथा हेक्सोनुं विमान कृष्टि नामक तीसरे चौथे देव लोक का एक विमान. Name of a heavenly abode of the third and fourth Devaloka. सम ०४; किटिकूड. पुं० न० ( कृष्टिकूट ) दृष्टिस्ट નામનું ત્રીજા ચેાથા દેવલાકનું એક વિમાન. कृष्टिकूट नामक तीरसे चौथे देवलोकका विमान. A name of a heavenly abode of the third and fourth Deva * यो पृष्ठ नम्मर १५ नी फुटनोट ( * ) देखो पृष्ट नंबर १५ की फुटनोट ( * ) Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016014
Book TitleArdhamagadhi kosha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Maharaj
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year1988
Total Pages1016
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Gujarati, English
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size25 MB
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