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जगद्गुरु-हीर-स्वर्गारोहण-चतुःशताब्दी ग्रन्थमाला-२
अर्हम् ॥ महोपाध्याय श्रीशान्तिचन्द्रगणि-विरचितः
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कृपारसकोशः॥
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आद्य संपादक : अनुवादकः पुरातत्त्वाचार्य मुनि जिनविजयजी
परिशिष्टादिना समलंकृत्य पुनः संपादकः
पं. शीलचन्द्रविजय गणि
प्रकाशकः
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श्रीजैन ग्रन्थप्रकाशन समिति
खंभात
AMANABRAHAMA
ई. १९९६
सं. २०५२
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