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________________ १६० सोअ अ. दे. 'सो' 4110 सोक अ. ना. अर्धसम (सं. शोक संज्ञा ) शोकबिह्वल होना: स. सोखना 4111 सोच स. भव (सं. शुच् ; प्रा. सोच्चू दे. इआ 12621) विचार करना; शोक करना. तुल, गुज. सोच संज्ञा 4112 सोज अ. देश. शोभा देना 4113 सोझ स. देश. शुद्ध करना; ढूँढना 4114 सोध स. अर्धसम (सं. शुधू; दे. इआले 12626) ढूँढ़ना; शुद्ध करना. गुज. शोध, सोध 4115 सोरा अ. ना. देश (सोर संज्ञा ) बोई हुई चीज़ में सोर या जड निकलना 4116 सोह (1) स. भव (सं. शुध्; प्रा. सोहू दे. इआले 12630) (खेत) निराना. गुज. सो. (2) स. भव (सं. शुभ् : प्रा. सोभू, सोह्; दे. इआले 12636) शोभित होना, चमकना. गुज सोह, सो 4117 सोहरा स. दे. 'सहला' 4118 सौंच स. ना. अर्धसम (सं. शौच संज्ञा) मलत्याग करना 4119 सौंद स. ना देश (सौंदन संज्ञा ) रेह मिले पानी में कपड़े भिगोने का काम करना; दे. 'सान' 4120 सौंध स. ना भव (सं. सुगन्ध संज्ञा प्रा. सौंध; दे. इआले 13454) सुगंधयुक्त करना. (2) स. ना. भव (सं. सम् + उद् + धा; दे. इआले 13235) सानना 4121 सौंप स. भव (सं. सम् + ऋ प्रा. समप्पू दे. इआले' 13192) (वस्तु आदि) किसीके सिपुर्द करना. गुज. सोंप 4122 सौर स. दे. 'सॅवर' 4123 सौज अ. दे. 'सोज' 4124 सौन स. दे. 'सौंद' 4125 Jain Education International सोभ स्फुर अ. ना. सम (सं. स्फुरण संज्ञा ) प्रकट होना; कोई बात मन में सहसा उत्पन्न होना. गुज. स्फुर 4126 स्यो स. दे. 'सेव्' 4127 * स्रज स. दे. 'सृज' 4128 * स्रव अ. ना. सम (सं. स्रवण संज्ञा ) बहना; टपकना. गुज. स्रव 4129 * स्वच्छ स. ना. सम (सं. स्वच्छ विशे) स्वच्छ करना तुल. गुज. स्वच्छ विशे 4130 * स्वप्ना स. ना. सम (सं. स्वप्न संज्ञा ) स्वप्न दिखाना. तुल, गुज. स्वप्न संज्ञा 4131 स्वहा अ. दे. 'सुहा' 4132 *स्वाँग स दे. सवाँग 4133 *स्वीकार स. ना. सम (सं. स्वीकार संज्ञा ) स्वीकार करना; अपनाना. गुज स्वीकार 4134 कड़ अ. ना. देश ( हाँक संज्ञा ) हँकारना; गला फाड़कर चिल्लाना. तुल. गुज. हाँक संज्ञा 4135 हँकर अ. दे. 'हँकड़' 4136 हँकार अ. ना. देश (* हक्कार: प्रा. हक्कार ; दे. इआ 13941 ) जोर से आवाज़ दे कर किसी दूर के मनुष्य को पुकारना; ललकारना. गुज. हकार 4137 काल स. दे. 'हाँ' 4138 हँड अ. देश. पैदल चलते हुए चारों तरफ घूमना-फिरना; मारे मारे फिरना, गुज. हृींड 'चलना' 4139 हँडव अ. देश. गौओं आदि का रंभाना; जोर का शब्द करना 4140 हंस अ. दे. 'इस' 4141 हअ स. दे. 'हन' 4142 हकबका अ. ना. अनु ( हक्का-बक्का विशे; दे. पृ. 509, मा. हि. को - 5 ) स्तंभित होना; भौंचक रह जाना 4143 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016001
Book TitleHindi Gujarati Dhatukosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRaghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1982
Total Pages246
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary, Dictionary, & Grammar
File Size15 MB
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