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________________ 2513 हिन्दी-गुजराती धातुकोष १०७ निपीड स. भव (सं. निः + पीड; प्रा. णिपीडिअ निम्ना स. भव (सं. निः + मि; दे. इआले विशे; दे. इआले 7516) पीडा देना; दबाना. 7372) अच्छे ढंग से पूरा करना 2524 2511 *नियोज स. ना. सम (सं. नियोजन संज्ञा) निपुड अ. देश. (* निष्पुटूः दे. इआले 7518) । किसीको काम पर लगाना, नियोजन करना (दाँत) उघरना; खुलना 2512 गुज. नियाज 2525 निफर अ. भव (सं. निः + पृ; दे. इआले' 7512) धंसकर आर-पार होना; स्पष्ट होना निरख स. भव (सं. नि + ईक्ष प्रा. णिरिक्खू : दे. इआले 7280) देखना. गुज. नीरख 2526 निबट अ. भव (सं. नि + वृत्; दे. इआले 7395) फैसला होना, समाप्त होना 2514 निरत स. ना अर्धसम (सं. नृत्य संज्ञा) नाचना निबड अ. भव (सं. निः + वृ: प्रा. णिव्वः 2527 दे. इआले 7392) पूर्ण होना; निवृत्त होना. निरधार स. ना. अर्धसम (सं. निर्धार; निः + धार) गुज. नीवड, नीमड (सिद्ध होना, स्पष्ट निश्चित करना; मन में धारण करना. गुज. होना) 2515 निर्धार 2528 निबर अ. भव (सं. नि + वृ, प्रा. णिव्वडू दे. निरबह अ. दे. 'निबह' 2529 इआले 7392) बँधा, फँसा या लगा न रहना; निरम स. ना. अर्धसम (सं. निः + मा) निर्मित निवृत्त होना. गुज. नीवड, नीमड 'सफल करना, बनाना, गुज. निर्म 2530 होना' 2516 निरमा स. दे. 'निरम' 2531 निबह अ. भव (सं. निः + वह; प्रा. णिव्वहू; दे. निरमल स. ना. अर्धसम (निर्मूल विशे. निः+ इआले 7397) बच निकलना; निर्वाह होना. मल) निर्मूल करना; समूल नष्ट करना. तुल. गुज. निभ, नभ 'काम चल जाना' 2517 गुज. निर्मूल विशे. 2532 निबुक अ. ना. भव (निर्मुक्त विशे; सं. निः निरवार स. दे. 'निवार' 2533 + मुचू ; प्रा. णिमुक्क विशे; दे. इआले , निरा स. देश. (* निः + दो; प्रा. णिदिणि संज्ञा; 7373) बच निकलना; मुक्त होना 2518 दे. इआले 7542) पौधों की बढ़ती को निभ अ. दे. 'निबह' 2519 रोकनेवाली अनावश्यक घास, तृण आदि को निमज्ज अ. ना. सम (सं. निमज्जन संज्ञा) गाता खरपी से खोदकर दूर करना. गुज. नीद, नींद लगाकर स्नान करना. तुल. गुज. निमज्जन संज्ञा 2520 निराव स. दे. 'निरा' 2535 निमट अ. दे. 'निपट' 2521 निरुआर स. दे. 'निवार' 2536 निमेख स. ना. अधेसम (सं. निमेष संज्ञा) निरुवर स.दे. 'निवार, 2537 आँख की पलक गिरना या झपकना. तुल. गुज. निरूप अ. ना. सम (सं. निरूपण) संज्ञा निः निमेष संज्ञा 2522 + रूप) निरूपण करना; निर्णय करना. गुज. निमार स. देश. (सं. नि + मुटू; दें. इआले निरूप 'निरूपण करना' 2538 10186) मरेड़ना. गुज. मेाड, मरड़ 2523 निरेख स. दे. 'निरख' 2539 2534 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016001
Book TitleHindi Gujarati Dhatukosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRaghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1982
Total Pages246
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary, Dictionary, & Grammar
File Size15 MB
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