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________________ शीघ्र प्रारम्भ किया जारहा है। इसी प्रकार की दस अन्य भगवान महावीर विश्राम गृह भी बालोतरा से बाड़मेर एवं बाड़मेर से जैसलमेर सड़क मार्ग पर बनाने का निश्चय किया गया है । 25. भगवान महावीर शिलालेख : निर्वाण महोत्सव वर्ष में ही नाकोड़ा तीर्थ पर भगवान महावीर के उपदेशों का एक सुन्दर शिलालेख तैयार कर लगवाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है । 26. जैन धर्मचक्र की स्थापना : नाकोड़ा तीर्थ की पहाड़ी पर जैन धर्मचक्र स्थापित करने की स्वीकृति ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष ने दे दी है जिसका निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जा रहा है । 27. भगवान महावीर राजकीय चिकित्सालय : बालोतरा कस्बे में जन सहयोग से सात लाख रुपये की लागत से बनने वाले भगवान महावीर राजकीय चिकित्सालय हेतु प्राचीन चिकित्सालय के पास रेलवे विभाग से एक बड़े भूखण्ड को क्रय कर लिया गया है। इसका निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जारहा है । 28. प्रकाल पीड़ितों को सहायता : प्रकाल पीड़ितों को सहायता देने के लिये बालोतरा कस्बे में जनमहयोग से नियमित रूप से गुड़, खाद्यान्न प्रादि निःशुल्क दिया गया । जिस पर अनुमानत: 20,000/- रुपये व्यय हुए । 29. जैन निर्देशिका का प्रकाशन : बालोतरा उपखण्ड के जैन समाज का एक परिचयात्मक ग्रन्थ जैन निर्देशिका के रूप में प्रकाशित हो रहा है। इसका कार्य प्रगति पर है । 30. रैन बसेरा ( भगवान महावीर रैन बसेरा ) : भगवान महावीर निर्धारण वर्ष के दौरान बालोतरा कस्बे में एक रैन बसेरा स्थापित किया जा रहा है । जिस पर करीबन 10,000/- रुपये व्यय होंगे । भविष्य में इसे नगरपालिका बालोतरा द्वारा चलाया जावेगा । 31. माकोड़ा जैन सराय का निर्माण : बालोतरा कस्बे में नाकोड़ा जैन तीर्थ मेवानगर की ओर से दो लाख रुपये की लागत से जैन सराय का निर्माण कार्य पूर्ण होने जा रहा है । 32. भगवान महावीर बाल विकास केन्द्र : बालोतरा में भारत सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से एक भगवान महावीर बाल विकास केन्द्र खोलने के लिये पच्चीस हजार रुपये जनसहयोग से देने हेतु तैयार है । अभी तक सरकार की मोर से स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है । 33. भगवान महावीर नगर की स्थापना : बालोतरा कस्बे में भगवान महावीर नगर स्थापित करने के लिये पूर्ण तैयारियां सम्पन्न हो चुकी है। नगरपालिका बालोतरा से भूमि आवंटन के आदेश होते ही इस नगर में भावास • हेतु भवन बनने बारम्भ हो जायेंगे । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.014031
Book TitleMahavira Jayanti Smarika 1975
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Polyaka
PublisherRajasthan Jain Sabha Jaipur
Publication Year1975
Total Pages446
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationSeminar & Articles
File Size11 MB
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