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________________ 2-100 किशोर मुख्तार, मुनि श्री कल्याण विजय, बाबू 'वैशाली के राजकुमार' (डा० नेमीचंद चन, कामता प्रसाद, भयोध्या प्रसाद गोयलीय, मुनि श्री तीर्थकर वर्धमान महावीर' (श्री जयकिशन प्रसाद कांति सागर, प्रो० खुशालचन्द्र गोरावाला, पं० खण्डेलवाल), 'भगवान महावीर और उनका नाव शीतल प्रसाद, पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री, श्री अगर- दर्शन', 'भगवान् महावीर की विश्व को देन' तीर्थचंद्र नाहटा, न्यायाचार्य श्री दरबारीलाल तथा कर भगवान श्री महावीर' (मुनि श्री यशोविजय), महेन्द्रकुमार, सिद्धान्त शास्त्री श्री हीरालाल, श्री भगवान् महावीर के प्रेरक संस्मरण' (मुनि महेन्द्र जगमोहनलाल एवं पं० फूलचन्द, न्यायतीर्थ पं० कुमार कमल), 'भगवान महावीर की 1008 बलभद्र, पं० चैनसुखदास तथा पं० परमेष्ठीदास, सूक्तियां' (राजेन्द्र मुनि), 'भगवान महावीर के व्याकरणाचार्य पं. बंशीधर तथा श्री लक्ष्मीचन्द्र हजार उपदेश' (गणेश मुनि), 'कुण्डलपुर के राजजैन मादि के नाम उल्लेखनीय है। कुमार भगवान् महावीर' (जयप्रकाश शर्मा), प्राचार्य तुलसी मुनि, श्री जैनेन्द्र कुमार तथा 'तीर्थंकर भगवान् महावीर' (ड• गोकुलचंद जैन), प्राचार्य रजनीश जैन धर्म के हिन्दी में सर्वश्रेष्ठ 'तीर्थंकर महावीर' । पांच खण्ड (प्राचार्य प्रानंद चिंतक हैं। ऋषि, मुनि मिश्रीमल अमर मुनि मादि), 'भगवान् इन वर्षों में भगवान महावीर स्वामी पर अनेक महावीर की साधना का रहस्य' तथा 'भगवान् ग्रन्थ लिने गये। भारत जैन महामण्डल के 'जन महावीर के सिद्धान्त (मुनि नथमल) इत्यादि को धर्म परिचय पुस्तक माला' के अन्तर्गत प्राचार्य परिगणित किया जा सकता है। तुलसी (भगवान् महावीर), मुनि रूपचन्द (महा- भगवान् महावीर से सम्बन्धित हिन्दी के वीर, मार्क्स और गांधी), श्री चिमन भाई शाह वाङ्मय को प्रकाशित तथा प्रस्तुत करने वाली (भगवान् महावीर का जीवन दर्शन) और श्री संस्थानों में भारतीय ज्ञानपीठ, अखिल भारतऋषभदास रांका (महावीर- व्यक्तित्व, उपदेश और वर्षीय दिगम्बर जैन विद्वत् परिषद, सागर, वीर प्राचार्य मार्ग) ने विशेष योग दान दिया है। निर्वाण ग्रन्थ प्रकाशन, समिति, इन्दौर, वीर सेवा अन्य महत्वपूर्ण ग्रन्थों में 'भगवान महावीर : मंदिर, दिल्ली; जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर; एक शनुशीलन' (देवेन्द्र मुनि शास्त्री) 'भगवान् वीर निर्वाण-समिति, मेरठ; प. टोडरमल स्मारक महावीर : प्राधुनिक सन्दर्भ में' (सम्पादक : डा० भवन, जयपुर, दिगम्बर जैन साहित्य प्रकाशन केन्द्र, नरेन्द्र भानावत), 'तीर्थंकर महावीर और धर्मतीर्थ' आगरा; जैन साहित्य प्रकाशन समिति, दिल्ली%3B पौर 'भगवान् महावीर कैसे बने' (ग्रायिका ज्ञान- दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, दिल्ली: मती), 'भगवान् महावीर का दिव्य जीवन' और पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोक संस्थान, वाराणसी; भगवान महावीर के शिक्षा पद' (मधुकर मुनि), जैन इतिहास निर्माण समिति, जयपुर; अखिल 'महावीर-वाणी' (सुपार्श्व कुमार जैन), 'श्रमण भारतीय साधुमार्गी जैन संघ, बीकानेर; अखिल भगवान महावीर का आत्म विज्ञान' (केशरचद भारतीय दिगम्बर जैन परिषद् दिल्ली; अखिल धूपिया), 'महावीर : युग और जीवन-दर्शन' (डा० भारतीय दिगम्बर जैन शास्त्री परिषद्, बड़ौत हीरालाल जैन), 'तीर्थंकर महावीर और उनका श्री तारक गुरू जैन ग्रन्थालय, पदराडा; अमर जैन सर्वोदय तीर्थ' (डा० हुक्मचंद भारिल्ल शास्त्री), साहित्य संस्थान, उदयपुर: भारत जैन महामण्डल, 'भगवान् महावीर' (विपिन जारोली), 'तीर्थंकर बम्बई; सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा; श्री कुन्दकुन्द महावीर और उनकी देशना', 'तीर्थकर महावीर भारती, दिल्ली; जैन विश्व भारती, लाउनू। की प्राचार्य परम्परा (श्रुतबर और सारस्वताचार्य), मादर्श साहित्य संघ, चूरू, भगवान् महावीर 2500 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.014031
Book TitleMahavira Jayanti Smarika 1975
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Polyaka
PublisherRajasthan Jain Sabha Jaipur
Publication Year1975
Total Pages446
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationSeminar & Articles
File Size11 MB
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