________________ 102 Homage to Vaisali मुझे यह जानकर बड़ा हर्ष है कि मनवान् महावीर के इन्हीं सब विश्व-कल्याणकारी उपदेशों का अध्ययन करने तथा उनके शासन पर आधारित साहित्य का शोध और पठन-पाठन की विशेष सुविधाएं उत्पन्न करने के लिए उनकी इसी जन्म-मृमि पर एक विद्यापीठ के निर्माण का प्रयत्न किया जा रहा है / जो सज्जन इस पुण्य-कार्य में विशेषरूप से प्रयत्नशील है, उनमें मुझे वैशाली-संघ के प्रधान मंत्री श्री जगदीशचना माथुर जी का नाम प्रमुखता से ध्यान में आता है। मैं माथुर जी और उनके समस्त सहयोगियों का उनकी इस उत्तम योजना के लिए अभिनन्दन करता हूँ और प्रार्थना करता हूँ कि उनका यह महान संकल्प पूर्णतः सफल हो।