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________________ दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान द्वारा संचालित वीर ज्ञानोदय ग्रन्थमाला इस ग्रन्थमाला में दिगम्बर जैन आर्षमार्ग का पोषण करने वाले हिन्दी, संस्कृत, प्राकृत, कन्नड़ अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, आदि भाषाओं के न्याय, सिद्धान्त, अध्यात्म, भूगोलखगोल, व्याकरण आदि विषयों पर लघु एवं वृहद् ग्रन्थों का मूल एवं अनुवाद सहित प्रकाशन होता है। समय-समय पर धार्मिक लोकोपयोगी लघु पुस्तिकाएँ भी प्रकाशित होती रहती हैं। संस्थापिका व प्रेरणास्रोत : गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती माताजी समायोजन : आर्यिका श्री चन्दनामती माताजी निर्देशक : पीठाधीश क्षुल्लक श्री मोतीसागरजी ग्रन्थमाला सम्पादक: बाल ब्र० रवीन्द्र कुमार जैन (बी०ए०; शास्त्री) © सर्वाधिकार सुरक्षित मुद्रक : पूज्य माताजी की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से ओतप्रोत -विजय जैन सूर्या प्रिन्टर्स, 7/33 अंसारी रोड, दरिया गंज नई दिल्ली-110002 दूरभाष : (011) 3279976 Jain Educationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
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