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________________ श्रीमान सागरमलजी जिन्होंने तप और त्याग का मार्ग बताया ऐसे प. पू. राष्ट्रसंत शिरोमणि गच्छाधिपति आचार्यप्रवर श्रीमद् विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के चरणों में कोटि कोटि वंदन... मुख्य सहयोगी भीनमाल निवासी शा. सागरमल, बाबुलाल, नेमिचन्द, भंवरलाल, दिनेशकुमार, सुरेशकुमार, सज्जनराज, प्रविण, विक्रम, यश, ऋषभ, जोय बेटा - पोता-पड़पोता वस्तिमलजी लुणावत परिवार, हाल मुंबई. श्रीमान वालचन्दजी जिनके दर्शन मात्र से सुखानुभूति एवं आनन्द का अनुभव होता है ऐसे प. पू. राष्ट्रसंत शिरोमणि गच्छाधिपति आचार्यप्रवर श्रीमद् विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के चरणों में कोटि कोटि वंदन... मुख्य सहयोगी For Private & Personal Use Only श्रीमती शांतिदेवी गुडाबालोतान् निवासी संघवी वालचन्द, अशोककुमार, भरतकुमार बेटा - पोता सरेमलजी रामाणी परिवार www.jainelibrary.org
SR No.012063
Book TitleHemendra Jyoti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLekhendrashekharvijay, Tejsinh Gaud
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2006
Total Pages688
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size155 MB
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