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________________ श्री राष्ट्रसंत शिरोमणि कहावे.. प्यारे गुरुराज हमारे... अधिवेशन मुंबई (१९९५) भारतजना ४८वाधिवेशन मुंबई महानगर में पूज्यश्री की निश्रा में भारत जैन महामंडल का ४८ वाँ अधिवेशन एवं राष्ट्रसंत शिरोमणि पद प्रदान समारोह झलकियाँ... यू. गच्छाधिपति आचार्य श्री हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. एवं पू. गच्छाधिपति आचार्य श्री इन्द्रदिन्नसूरीश्वरजी म.सा. का मिलन एवं अन्य गुरु भगवंत... उपप्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी राष्ट्रसंतशिरोमणि पद की घोषणा करते हुए MENT८पापपर परिवंद एस.वर्धन श्रीला जावानी। राचंद जैन (PSI) श्री ठाकरे प्रोफतराजजी मुणोत श्री भरता आर.भंग २१ जनवरी, ९६ रविवार कम KOSREKODKEDAGOOKS KOKCLOADXOPEDIA +श्री महावीर स्वामिने नमः, विश्वपूज्य श्री राजेन्द्र सूयिस्भ्यो नमः भारतजैन महामण्डल के४८वें अधिवेशन केशुभावसरपर प.पू.तपस्वीरत्न गच्छाधिपति करुणामूर्ति आचार्य भावन्त श्रीमद् विजय हेमेन्द्र सूरीश्वरजी के करकमलों में अर्पित राष्ट्रसंत शिरोमणि पदप्रदान के उपलक्ष में अभिनंदन पत्र OSE पूज्य गच्छाधिपति। प.पू. कपिल शरतति आचार्य श्री विजय विचन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. के पातक या यूज्य तपस्टीरत्न चरिन सलाद महावा यशस्वी सरल स्वभावी आधिपति आचार्यकारश्रीमद विजय हेमेन्द्रमीश्वरजी महाराज साहेब सात् देवपुरूष है। आपके शासनकालने चारो और धर्म समाज और संस्कतिकीपमा नत्ति हो रही है,यह आपके तापत जीवन का ज्वलना जिउदाहरण akiआपली जमधिपति केया पर आरडीकर जोमाजदर्शनमा आशीर्वाद प्रदान करसे है, अहिलेवनीय है। राष्ट्रसंत शिरोमणि हे या अपनी कुरणार्दि की विस्तृत सबाट किचन बनकर त्या और तितिक्षाकी निगी से संयना जीवन को काजोजवारा उमज और परीकेतकात राजमार्ग बनाकर दिनमा अपरिणामसनेकोतवाद का पाठ करना कम्यणकाहे आपकी प्रासंचालित किसस्थान धातिवराष्ट्रीय उत्थान के समय कार्य होतेखते है हमसेवा कीय कामगार संहिता पालाको हत्या के मामीभारत महसत-बाईक समाजवादीegrasी राष्ट्रगत सिरोहनिखसेकोगदोपको आपदीर्धदक्तकरयामकता के आधार को अपने मोबहमुद करके ऑक्षता शनायकरके अगदि प्रदानकायही दलकामा करते Thodeजतिशासन जबात सच की जयहो। आमलनकतापरमपरीया-हालकवी महारामप्रदेश के oXCOMCHOOMEDY श्री राष्ट्रसंत शिरोमणि अभिनंदन पत्र... ग्रन्थनायकको राष्ट्रसंत शिरोमणि अभिनंदन पत्र अर्पित करते हुए श्री एल. के. आडवाणी... विशाल जन समूह का अभिवादन करते हुए..... Jar www.jainelibrary.org
SR No.012063
Book TitleHemendra Jyoti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLekhendrashekharvijay, Tejsinh Gaud
PublisherAdinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi
Publication Year2006
Total Pages688
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size155 MB
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