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________________ ऊँ अहं नमः परम पूज्य व्याख्यान वाचस्पतिसाहित्याचार्य शत्रुजयावतार मालव भुमि का सिद्धाचल श्री मोहनखेड़ा तीर्थ उदारक आचार्य देव श्रीमद्विजय यतीन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. दीक्षा शताब्दी वर्ष (१६५४-२०५४) श्रीमद यतीन्द्र सूरि स्मारक ग्रन्थ प्रकाशन की स्वर्णीम स्मृति में वन्दन वन्दन वन्दन श्री जेठमल चम्पालालजी रूणवार श्रीमति धापुबाई जेठमल जी रूणवार अभिनन्दन अभिवादन बन्दन सागरमल धर्मपत्नी अं.सौ. चन्द्रकांताबाई सरदारमल धर्मपत्नी अं.सौ. प्रभावतीदेवी समीरमल धर्मपत्नी अं.सौ. सुशीलादेवी वर्धमान धर्मपत्नी अं.सौ. शान्ताबाई सुधीर कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. मधुदेवी पौत्र प्रदीप कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. निर्मला देवी प्रमोद कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. जीवनबाला भूपेन्द्र कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. सुशीला देवी महेन्द्र कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. मीना देवी जितेन्द्र कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. मीनू देवी प्रवीण कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. वत्सला देवी अमीत कुमार धर्मपत्नी अं.सौ. राणी देवी फर्मः- चम्पालाल, जेठमल, सरदारमल, समीर कुमार, सौरभ इन्टरप्राईजेस रत्नाज ट्रेडर्स, जे.डी.इन्डस्ट्रीज
SR No.012036
Book TitleYatindrasuri Diksha Shatabdi Samrak Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinprabhvijay
PublisherSaudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
Publication Year1997
Total Pages1228
LanguageHindi, English, Gujarati
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size68 MB
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