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________________ श्री ललितकुमार बागरेचा श्रीमती मधु बागरेचा उदयपुर निवासी श्रीमान् ललित कुमार जी बागरेचा एक ऐसे नवयुवक हैं जो सदा अपने कार्य व कर्तव्य के प्रति सजग रहते हैं आपके जीवन में प्रारम्भ से ही माता पिता के सुसंस्कार के कारण धार्मिक भावनाएं बनी रही, समाज के शोसल वर्क के प्रति आपकी विशेष रुचि रही हैं । आपकी भाँति ही आपकी धर्म पत्नि श्रीमती मधु बागरेचा एक धर्मपरायणा सद् महिला हैं। परिवार व समाज को भविष्य में आपसे बहुत कुछ आशाएँ हैं । पूज्यनीया महासती जी म० के प्रति आपकी गहरी आस्था है । आपने प्रस्तुत ग्रन्थ में उदारतापूर्वक सहयोग प्रदान किया हैं। श्रीमती भूरीदेवी एक ऐसी सरल मना सद् गृहस्थिनी हैं जो स्वयं भी सदा प्रसन्न रहना जानती और परिवार को भी सदा प्रसन्न रखती हैं, आपके धर्मपति माननीय कालूलाल जी सा सिंघवी एक लब्धप्रतिष्ठित व्यापारी है व उदयपुर के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता है। समाज के किसी भी सद्कार्य में आपका तन मन धन से सदा सहयोग रहता है। पूज्यनीया गुरुणी जी म० एवं गुरुदेव के प्रति आपके व आपके परिवार में अटूट श्रद्धा हैं । मादड़ा गांव से आप उदयपुर आकर अपने व्यापार व्यवसाय को फलाफूला रहे हैं यश व लक्ष्मी दोनों का ही घर में सुन्दर निवास है। आपको उदयपुर श्रीमती भूरीबाई सिंघवी में सुप्रसिद्ध फर्म है कालूलाल जी सिंघवी सिंघवी एण्ड सन्स ७४ बापू बाजार, उदयपुर निवास : ४०६३, बी भोपालपुरा उदयपुर (राज.) ( १८ ) For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.012032
Book TitleKusumvati Sadhvi Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyaprabhashreeji
PublisherKusumvati Abhinandan Granth Prakashan Samiti Udaipur
Publication Year1990
Total Pages664
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size25 MB
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