SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 12
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ है। आशा है कि अस्पताल का भवन शीघ्र बन जाएगा। जिससे समाज को चिकित्सा की सुविधा आधुनिक स्तर पर प्रदान की जा सकेगी। हीरक जयन्ती वर्ष में मैं अपना शुभ कामना संदेश भेज रहा हूं। आशा है कि संस्था द्वारा संचालित विद्यालय दिन प्रतिदिन उन्नति की ओर अग्रसर होता रहेगा। और समाज सेवा के कार्यों में अग्रणी रहेगा। इसी आशा के साथ वर्तमान कार्यकर्ताओं का अभिनन्दन करता हूं। यह जानकर अत्यन्त प्रमोद हुआ कि श्री जैन विद्यालय दिनांक 25-12-1994 को हीरक जयन्ती मनाने जा रहा है। विद्यालय ने सफलताएं अर्जित की हैं, वह अपने आप में एक कीर्तिमान है। कलकत्ता जैसे औद्योगिक नगर में समाज सेवी, विशिष्ट व्यक्तियों से ही समाज की संस्थाएं एवं समाज अनुप्राणित होता है। संस्था तो स्वयं में निर्जीव होती है, लेकिन कार्यकर्ताओं के अथक प्रयास से ही वह पुष्पित एवं पल्लवित होती है। धन्य है कलकत्ता की ऐसी जैन सभा जो इतना उत्साहप्रद कार्य कर रही है। गुमानमल चोरड़िया, जयपुर -हीरालाल बच्छावत, भूतपूर्व छात्र : श्री जैन विद्यालय, कलकत्ता । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012029
Book TitleJain Vidyalay Hirak Jayanti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKameshwar Prasad
PublisherJain Vidyalaya Calcutta
Publication Year1994
Total Pages270
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy