SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 87
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६२ जैन विद्या के आयाम खण्ड - ६ विस्तृत प्रस्तावनाएँ १. चरणकरणानुयोग, द्वितीय खण्ड की विस्तृत भूमिका आगम अनुयोग प्रकाशन ट्रस्ट, अहमदाबाद २. जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ३. प्रमुख जैन साध्वियाँ और महिलाएँ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ४. स्याद्वाद और सप्तभंगी पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ५. इसिभासियाई पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ६. चन्द्रध्वेध्यक-प्रकीर्णक आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर, भूमिका डॉ० सागरमल एवं सुरेश सिसोदिया ७. महाप्रत्याख्यान प्रकीर्णक आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर भूमिका डॉ० सागरमल एवं सुरेश सिसोदिया ८. तंदुल वैचारिक प्रकीर्णक आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर भूमिका डॉ० सागरमल जैन एवं सुभाष कोठारी ९. देवेन्द्रस्तव प्रकीर्णक आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर भूमिका डॉ० सागरमल जैन एवं सुभाष कोठारी १०.द्वीपसागर प्रज्ञप्ति प्रकीर्णक आगम अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान, उदयपुर भूमिका डॉ० सागरमल जैन एवं सुरेश सिसोदिया ११. Lord Mahavira पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १२. जिनवाणी के मोती जैन विद्या अनुसंधान प्रतिष्ठान, मद्रास १३. द्रव्यानुयोग आगम अनुयोग ट्रस्ट, अहमदाबाद १४. पंचाशक-प्रकर्णम् पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १५. वसुदेवहिण्डी : एक अध्ययन पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी १६. सिद्धसेन दिवाकर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी ग्रन्थ-सम्पादन प्रकाशक श्री स्थानकवासी जैन समाज, शाजापुर, १९७१ अ. भा. स्था. जैन कान्फरेन्स, देहली। पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८१ ग्रन्थ लेखक/सम्पादक १. रत्न ज्योति सम्पादक डॉ० सागरमल जैन २. चिन्तन के नये आयाम श्री सौभाग्यमल जैन ३. जैन साहित्य का बृहत् इतिहास, भाग-७ पं० के० भुजबजीशास्त्री विद्याधर जोहरापुरकर ४. हिन्दी जैन साहित्य का बृहत् इतिहास, भाग-१ डॉ० शितिवंठ मिश्र ५. हिन्दी जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग-२ डॉ० शितिकंठ मिश्र ६. जैन योग का आलोचनात्मक अध्ययन डॉ० अर्हद्दास बण्डोवा दिगे ७. आनन्दघन का रहस्यवाद साध्वी श्री सुदर्शनाजी ८. प्राकृत दीपिका डॉ० सुदर्शन लाल जैन ९. जैन दर्शन में आत्म विचार डॉ० लालचन्द जैन १०. जैनाचार्यों का अलंकारशास्त्र में योगदान डॉ० कमलेश कुमार जैन ११. खजुराहों की जैन मन्दिरों की मूर्तिकला डॉ० रत्नेश कुमार वर्मा १२. वज्जालग्गं डॉ० विश्वनाथ पाठक १३. जैन और बौद्ध भिक्षुणी संघ डॉ० अरुणप्रताप सिंह पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८९ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९९२ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८१ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९९३ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९९२ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८४ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८४ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८४ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८४ पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १९८६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012014
Book TitleSagarmal Jain Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1998
Total Pages974
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy