SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 649
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५२२ जैन विद्या के आयाम खण्ड-६ ९. अङ्गत्तरनिकाय,अनु० - भदन्त आनन्द कौसल्यायन, प्रका० - महाबोधि ३४. गीता, गीता प्रेस, गोरखपुर वि० सं० २०१८, १६/३, १७/१४, सभा, कलकत्ता, १/१२/२।। १८/४२। । संयुक्तनिकाय, संपा०- जगदीश कश्यप एवं धर्मरक्षित, प्रका०- ३५. गीता शाङ्करभाष्य, गीता प्रेस, गोरखपुर, १३/७। महाबोधि सभा, सारनाथ, वाराणसी, १९५४, १०/१२। ३६. आचाराङ्गसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रका०- श्री आगम प्रकाशन ११. धम्मपद, अनु०- पं० राहुल सांकृत्यायन, प्रका०- बुद्धविहार, समिति, ब्यावर, १९८०, १/३/३/११९। लखनउ, १८४। ३७. दशवैकालिकसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रकाशन समिति ब्यावर, १२. बोधिचर्यावतार, संपा०- श्री परशुराम शर्मा, प्रका० - मिथिला १९८५, १/१।। विद्यापीठ, दरभंगा, १९६०, ६/२। ३८. अभिधानराजेन्द्रकोष, खण्ड ७, श्री विजय राजेन्द्र सूरि, रतलाम, १३. गीता प्रेस, गोरखपुर, वि० सं० २०१८, १०/४, १६/३। पृ० ८७। १४. महाभारत, उद्योगपर्व, गीता प्रेस, गोरखपुर, ३३/४९, ५८। ३९. धम्मपद, अनु०- पं- राहुल सांकृत्यायन, प्रका०- बुद्धविहार, १५. दशवैकालिकसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रका०- श्री आगम प्रकाशन लखनउ, ३७५। समिति, ब्यावर, १९८५, ८/३९। । ४०. वही, ३६१। १६. उत्तराध्ययनसूत्र, संपा०- रतनलाल दोशी, श्रमणोपासक जैन ४१. गीता, प्रका०- गीता प्रेस, गोरखपुर, वि०सं०, २०१८, २/६१। पुस्तकालय, सैलाना, वीर सं० २४७८, १/४५। ४२. वही, ४२६। १७. वही, १/४५। ४३. वही, ४/२९। १८. अङ्गुत्तरनिकाय, अनु०- भदन्त आनन्द कौसल्यायन, प्रका०- ४४. चुल्लनिद्देशपालि, संपा०- भिक्षु जगदीश, पालि पब्लिकेशनबोर्ड, महाबोधि सभा, कलकत्ता, ३/३९। बिहार गवर्नमेन्ट, १९५९, २/१०/६३। ९. सुत्तनिपात,अनु०- भिक्षु धर्मरत्न, महाबोधि सभा, बनारस, १९५०, ४५. मज्झिमनिकाय, संपा०- एन० के० भागवत, प्रका०- बम्बई १/६/१४। विश्वविद्यालय, १९६७, ७७ देखिए - भगवान् बुद्ध, पृ० २७८ । २०. गीता, गीता प्रेस, गोरखपुर, वि० सं० २०१८, १६/१४-१५। ४६. दशवैकालिकसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रका० - श्री आगम प्रकाशन २१. वही, १६/१७१ समिति, ब्यावर, १९८५, ५/२/३७। २२. महाभारत, शांतिपर्व, संपा०- श्री रामनारायण दत्त पाण्डेय, प्रका०- ४७. धम्मपद, अनु०-पं० राहुल सांकृत्यायन, प्रका०- बुद्धविहार,लखनऊ, गीता प्रेस, गोरखपुर, १९६०, १७६/१७/१८। २०४। २३. दशवैकालिकसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रका०- श्री आगम प्रकाशन ४८. गीता, प्रका०- गीता प्रेस, गोरखपुर, वि० सं०, २०१८, १२/१४, समिति, ब्यावर, १९८५, ८/३८। २४. उत्तराध्ययनसूत्र, संपा०- रतनलाल दोशी, श्रमणोपासक जैन ४९. सुत्तनिपात, अनु०- भिक्षुधर्मरत्न, प्रका० - महाबोधि सभा, सारनाथ, पुस्तकालय, सैलाना, वीर सं० २४७८, २९/४८। बनारस, १९५०, २६/२१। २५. दशवैकालिकसूत्र, संपा०- मधुकर मुनि, प्रका०- श्री आगम प्रकाशन ५०. गीता, प्रका०- गीता प्रेस,गोरखपुर, वि० सं० २०१८, १७/१४। समिति, ब्यावर, १९८५, ५/२/४६।। ५१. वही, ६/१४। २६. वही, ५/२/४९। । ५२. मनुस्मृति, प्रका० - पुस्तक मन्दिर, मथुरा, वि० सं० २०१५, १०/ २७. अङ्गत्तरनिकाय, अनु०- भदन्त आनन्द कौसल्यायन, प्रका०- ६३। महाबोधि सभा, कलकत्ता, २/१५-१६। ५३. वही, ६/९२। महाभारत, शांतिपर्व, संपा०- श्री राम नारायण दत्त पाण्डेय, प्रका०- ५४. महाभारत, आदिपर्व, प्रका०- गीता प्रेस, गोरखपुर, वि० सं० गीता प्रेस, गोरखपुर, १९६०, १७५/३७। २०४५, ६६/१५। २९. गीता, गीता प्रेस गोरखपुर, वि० सं० २०१८, १६/१। ५५. श्रीमद्भागवत, गीता प्रेस, गोरखपुर, वि० सं० २०४५, ४/४९। ३०. वही, १७/१४।। ५६. वही, ४/१/५०-५३। ३१. वही, १३/७-११। । ५७. अङ्गत्तर निकाय, अनु०. भदन्त आनन्द कौसल्यायन, प्रका०. ३२. तत्त्वार्थसूत्र (सुखलालजी की विवेचनासहित), प्रका०- पार्श्वनाथ महाबोधि सभा, कलकत्ता, १०। विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, पृ० २१०। ५८. अशोक के अभिलेख, डा० राजबली पाण्डेय, प्रका० - वाराणसी ज्ञान ३३. उत्तराध्ययनसूत्र, संपा०- रतनलाल दोशी, श्रमणोपासक जैन मंडल लिमिटेड, सं० २०२२, स्तम्भ, २ एवं ७। पुस्तकालय, सैलाना, वीर सं० २४७८, १२/४६। १९। २८. For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International
SR No.012014
Book TitleSagarmal Jain Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1998
Total Pages974
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy