SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 873
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८१२ भगवई हालिद्दएण वि सम भगा ३, एव मुक्किलेण वि समं भगा ४, सिय लोहियए य हालिद्दए य भगा ३, एवं सुक्किलेण वि सम ३, सिय हालिद्दए य मुक्किलए य भंगा ३, एव सव्वे ते दस दुयासजोगा भगा तीस भवति । जइ तिवण्णे ? १. सिय कालए य नीलए य लोहियए य, २. सिय कालए य नीलए य हालिद्दए य, ३ सिय कालए य नीलए य सुक्किलए य, ४ सिय कालए य लोहियए य हालिद्दए य, ५ सिय कालए य लोहियए य मुक्किलए य, ६ सिय कालए य हालिद्दए य सुक्किलए य, ७. सिय नीलए य लोहियए य हालिद्दए य, ८. सिय नीलए य लोहियए य सुक्किलए य, ६ सिय नीलए य हालिद्दए य सुक्किलए य, १० सिय लोहियए स हालिद्दए य मुक्किलए य, एवं एए दस तियासजोगा। जइ एगगधे ? सिय सुभिगधे, सिय दुविभगधे । जइ दुगधे ? मुभिगधे य दुन्भिगधे य भगा ३ । रसा जहा वण्णा। जइ दुफासे ? सिय सीए य निद्धे य, एव जहेव दुपएसियस्स तहेव चत्तारि भगा। जइ तिफासे ? १. सव्वे सीए देसे निद्धे देसे लुक्खे, २ सव्वे सीए देसे निद्धे देसा लक्खा, ३ सव्वे सीए देसा निद्धा देसे लुक्वे, सव्वे उसिणे देसे निद्धे देसे लुक्खे, एत्थ वि भंगा तिण्णि, सव्वे निद्धे देसे सीए देसे उसिणे भगा तिण्णि, सव्वे लुक्खे देसे सीए देसे उसिणे भगा तिण्णि ।। जइ चउफासे ? १. देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लुक्खे, २. देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसा लुक्खा, ३ देसे सीए देसे उसिणे देसा निद्धा देसे लुक्खे, ४ देसे सीए देसा उसिणा देसे निद्धे देसे लुक्खे, ५. देसे सीए देसा उसिणा देसे निद्धे देसा लुक्खा, ६. देसे सीए देसा उसिणा देसा निद्धा देसे लुक्खे, ७. देसा सीया देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लुक्खे, ८. देसा सीया देसे उसिणे देसे निद्धे देसा लुक्खा, ६ देसा सीया देसे उसिणे देसा निद्धा देसे लुक्खे, एवं एए तिपएसिए फासेसु पणवीस भंगा॥ चउप्पएसिए ण भते ! खधे कतिवण्णे० ? जहा अठ्ठारसमसए जाव' सिय चउफासे पण्णत्ते । जइ एगवण्णे ?सिय कालए य जाव सुक्किलए । जइ दुवण्णे ? १ सिय कालए य नीलए य, २. सिय कालए य नीलगा य, ३. सिय कालगा य नीलए य, ४. सिय कालगा य नीलगा य, सिय कालए य लोहियए य एत्थ वि चत्तारि भगा, सिय कालए य हालिद्दए य ४, सिय कालए य सुक्किलए य ४, सिय नीलए य लोहियए य ४, सिए नीलए य हालिद्दए य ४, सिय नीलए य सुक्किलए य ४, सिय लोहियए य हालिद्दए य ४, सिय लोहियए य सुक्किलए य ४, २९ १. भ. १८।११४ ।
SR No.010873
Book TitleJainagmo Me Parmatmavad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashanalay
Publication Year
Total Pages1157
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size50 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy