________________
छटुं सत (च उत्थो उद्देसो)
२४३ ५०. नाणावरणिज्ज ण भंते । कम्म किं सुहुमे वधइ ? वादरे बंधइ ? नोसुहुमे
नोवादरे वधइ ? गोयमा । सूहमे वधइ, बादरे भयणाए । नोसुहमे नोवादरे न बधइ । एव आउगवज्जानो सत्त वि । आउग सुहुमे वादरे भयणाए । नोसुहुमे नोबादरे
न वधइ ॥ ५१ नाणावरणिज्ज ण भते । कम्म कि चरिमे बधइ ? अचरिमे वधइ ?
गोयमा ! अट्ठ वि भयणाए । वेदगावेदगाण जीवाण अप्पाबहुयत्त-पदं ५२ एएसि ण भते । जीवाण इत्थीवेदगाण पुरिसवेदगाण, नपुसगवेदगाण, अवेदगाण
य कयरे कयरेहितो' अप्पा वा? वहुया वा ? तुल्ला वा ? विसेसाहिया वा ? ० गोयमा । सव्वत्थोवा जीवा पुरिसवेदगा, इत्थिवेदगा सखेज्जगुणा, अवेदगा अणतगुणा, नपुसगवेदगा अणतगुणा। एएसि सव्वेसि पदाण' अप्प-बहुगाइ उच्चारेयव्वाइं जाव' सव्वत्थोवा जीवा
अचरिमा, चरिमा अणतगुणा ॥ ५३ सेव भते । सेव भते । ति॥
चउत्थो उद्देसो कालादेसेणं सपदेस-अपदेस-पदं ५४. जीवे ण भते । कालादेसेण कि सपदेसे ? अपदेसे ?
- गोयमा ! नियमा सपदेसे ॥ ५५ नेरइए णं भते । कालादेसेण कि सपदेसे ? अपदेसे ?
गोयमा । सिय सपदेसे, सिय अपदेसे ।।। ५६ एव जाव' सिद्धे॥ ५७ जीवा ण भते । कालादेसेण किं सपदेसा ? अपदेसा?
गोयमा । नियमा सपदेसा ।।
१. स० पा०-कयरेहितो जाव विसेसाहिया। २ भ०६।३७-५१ । ३. प०३।
४ भ० ११५१ । ५ पू० प०२।