________________
इमती, पर भराणद, अम्मारपान (ई)
सादि दुर्गों को स्पाग देना पारिये । इस का मम्बिम परिणाम यह होगा हि-स वाक में मुख पूर्वक जीवन म्पतीत होया पौर परलोक में-पल पा मोच के पुस पपक्षम्म होंगे।
तेरहवां पाठ। ( देव गुरु और धर्म विषय) समापा ! इस प्रसार संमार में माणी मानो एक पर्मी का मारा है पित्र, पुत्र, सम्मम्पि इत्यादि मग पप का समय निट मावावर सप पार कर उस से पृपा हो मावे तर माणी अकेला तो परलोक की पात्रा में मरिण हो पाता है।
से रिसी ने-किसी ग्राम में जाना रोदर पा बारावा माने पर पर-समनिये पमेकमकारक
पायों सापवा र मसो मना र एस पाणी,ने।