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________________ पूर्वसेवालक्षण सद्याय. (२५१) - - - - imaARAM m - emun - - - n - -- aaamw --- -- - - -malamayaPosted - दिये जे शाता, पर वनिताना जाता रे ॥ ते० ॥३॥ जेणे ज्या घरना धंधा, जे परधन सेवा अंधारे॥जे नवि बोले वोल निबंधा, तप तपवे जे जोधा रे ॥ तेण ॥॥ परमेसर आगल जे साचा, जे पाले सूधी वाचाजी॥ धर्म कामे कवही नहिं पाग. जिनगुण गावे जाचा रे ॥तेगा॥ पापतणां यण सवि टाले, निजवत नित संन्नाले जी ॥ काम क्रोध वैरीने गाले, ते श्रातम कुल अजुवाले जी ॥ ते ॥६॥ निशिदिन यो सुमतें चाले, नारी अंग न जाले जी ॥ शुक्ल ध्यानमाहे जे माले, तपह तपी कर्म गाले जी॥ते॥७॥जे नवि बोले परनी निंदा, जीह अमीरस कंदा जी ॥ जे णे त्रोड्या नवना फंदा, तत देखत परम श्रानंदा जी॥ तेजाजे पूजे जावें जिनकंदा, सोम्य गुणे जिन चंदाजी॥धर्मे धीर गुरु चिरनंदा, नय कहे हुं तस वंदा जी ॥ ते॥ ए॥इति ॥ ___॥अथ श्री ज्ञानविमलजीकृत पूर्वसेवालदण सद्याय प्रारंजः ॥ ॥ एकदिन दासी दोडती ॥ए देशी ॥ राग काफीनी देशी । जव्यने कर्मना योगथी, चरम आवर्च अनुनाव रे ॥ पूर्वसेवा गुण उपजे, तेहने एह जमाव रे ॥१॥ सुगुरुवाणी एम सांजलो ।। ए शांकणी ॥ पूर्वसेवा तणा योगथी, सदाचारनो रंग रे। देवगुरवादिक पूजना, मुक्ति अर्थे तप संग रे ॥ सु०॥॥जनक जननी कलाचार्यनी, एहनी जे वली शाति रे॥ वृक्ष वली धर्म उपदेशका, एइ गुरुवर्ग कहेवाती रे ।। सु॥३॥न मन पूजन त्रिसंध्ये करे, आसनार्पण जस वाद अपयश तास नवि सां जले, नाम सुणी लहे थाल्हाद रे। मु॥४॥ सर्वदा तस श्ष्ट आचरे, करे श्रनिष्टनो त्याग रे ॥ तस धन विषमें जोडे नही, मरणे अनु अनुमति लाग रे । सु॥५॥ गुरुजन विवनी स्थापना, अर्चना तास उपगरण रे | आप जोगें ते जोडे नही, एह गुरुवगर्नु तरण रे ॥ सु॥६॥ शौच श्रधान शुजवस्तुशुं, करे देवतणी नक्ति रे।मुक्तिनी वासनायें वस्यो, उ बसे आतम शक्ति रे । सु॥७॥ यद्यपि वस्तुनिर्णय नथी, तोहे एम मति नाव रे ॥ विषयकवाय जित्यो जिणे, तेहिज नवजलनाव रे । सुग ॥ ॥ होये अधिक गुण थापमा, ईहियें अधिकता तोहि रे । निर्गुण पर जन देखते, धरे हेप नवि कोइरे ॥ सु॥ ए॥ स्त्रक्रिया कार सवि | लिंगीया, दीये पात्र परें दान रे। निर्गुणीने पण देय तो, दिये नवियप - - ----- - - -nam- -
SR No.010852
Book TitleSazzayamala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1988
Total Pages425
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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