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________________ १. मूलकारका परिचय (१) समय (२) जीवन-सामग्री १ प्रभावक चरित्रगत प्रवन्धका सार १७, २ प्रबन्धोमे वर्णित घटनाओ में कमी-बेशी २५, ३ विचारणीय मुद्दे और उनकी चर्चा २७ । (३) सिद्धसेन और इतर आचार्य अनुक्रमणिका प्रस्तावना १ उमास्वाति और कुन्दकुन्द ३९, २ पूज्यपाद और समतभद्र ४२, ३ वट्टकेर मूलाचार ४८, ૪. મ∞વાવી ગૌર जिनभद्र ४८, ५ सिंहगणी क्षमाश्रमण, हरिभद्र और गन्धहस्ती ५७, ६ अकलक, वीरसेन और विद्यानन्दी ५८, ७ शीलाक, वादिवेताल शान्तिसूरि और वादिदेव ६१, ८ हेमचन्द्र और यशोविजय ६१ । (૪) સિદ્ધસેન મીર નૈનેતર આવાર્ય १ नागार्जुन, मैत्रेय, असग और वसुबन्धु ६३, २ अश्वघोष और कालिदास ६५, ३ दिङ्नाग और शकरस्वामी ६६, ४. धर्मकीर्ति और भामह ६७ । २, टीकाकारका परिचय (૨) પ્રપ્તિયોને અનુસાર શિષ્ય પરિવાર ३, मूल और टीकाग्रन्यका परिचय (१) शाब्दिक स्वरूप 1 (२) आर्थिक स्वरूप ... १ नाम ७६, २ भाषा ७८, ३ रचनाशैली ८०, ४ परि माण ८०, ५ विभाग ८१ १ अनेकान्त ८४, स्वरूप व्याख्या ८४, ऐतिहासिक १-६९ १ १६ ३९ ६३ ६६ ७३ ७३ ७६ ७६
SR No.010844
Book TitleSanmati Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSukhlal Sanghavi, Bechardas Doshi, Shantilal M Jain
PublisherGyanodaya Trust
Publication Year1963
Total Pages281
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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