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________________ ८६६ श्रीमद् राजचन्द्र आप्त किस स्थानसे कहाँ भत्च फिनके प्रति मननुगराम सूर्यराम बीनजी देवजी जठामा ऊजमसी (जूठाभाई ऊजमसी) जूठाभाई ऊजममी १९४५ , ववई ववाणिया बबई ववई ववई अहमदावाद (अहमदावाद) अहमदावाद मिती श्रा० सु. ३, वुध श्रा० सु० १०, श्रा० व० ७, शनि । भा० सु० २, भा० व० ४, शुक्र आसोज व० १०, शनि ६ NG GGC <WW.००० मनसुखराम सूर्यराम V १९४६ V बवई 2 मनसुसराम सूर्यराम का० सु० ७, गुरु कार्तिक का० सु० १५, कार्तिक कातिक . जठानाई ऊजमसी मग० सु. ९, रवि पाप पौ० सु० ३, बुध पो० मु. पौ० व० १, . अहमदावाद बाह चीमनलार महासुन बबई (जठाभाई) बबई ववई पोप पोप ० ० ० ० माध मागल नाम (यामा)
SR No.010840
Book TitleShrimad Rajchandra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Jain
PublisherShrimad Rajchandra Ashram
Publication Year1991
Total Pages1068
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Rajchandra
File Size49 MB
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