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________________ ( २८९ ) ४. सत्य संगीत- मूल्य दस आना । भ. सत्य, भ. अहिंसा, राम कृष्ण महावीर बुद्ध ईसा मुहम्मद आदि महात्माओं की ग्रार्थनाएँ अनेक भावनागीत तथा भावपूर्ण कविताओं का संग्रह | ५. जैनधर्ममीमांसा ( भाग १ ) - मूल्य १) तीन बड़े बड़े अध्यायोंमें धर्म की विस्तृत और मौलिक व्याख्या. महावीर स्वामी का बुद्धिसंगत विस्तृत जीवन चरित्र, अतिशयों आदि का वास्तविक मर्म, जैनधर्म और उसके सम्प्रदाय उपसम्प्रदायों का और निन्हों का इतिहास, सम्यक्दर्शन के आठ अंग तथा अन्य चिन्हों का समभावी और नये दृष्टिकोण से विस्तृत वर्णन | ६. जैनधर्ममीमांसा ( भाग २ ) - मूल्य १ ॥ ) इसमें सर्वज्ञताकी वास्तविक व्याख्या, उसका इतिहास, प्रचलित मान्यताओंकी आलोचना, मति आदि पांचों ज्ञानोंका विशाल वर्णन, उनका मर्मदर्शन, संक्षपमें ज्ञान के विषयको लेकर युक्ति और शास्त्र के आधार पर किया गया विशाल मौलिक और वैज्ञानिक अभूतपूर्व विवेचन है, कठिन से कठिन विषय बड़ी सरलता से समझाया गया है । ७. शीलवती - मूल्य एक आना । वेश्याओं के जीवन में भी सतीत्व लानेवाली, उनके जीवन को ऊंचे उठानेवाली एक योजना जो कि एक वेश्याकुमारी के साथ चर्चारूप में बताई गई है । ८. विवाह पद्धति मूल्य एक आना । सप्तपदी, भाँवर, मंगलाष्टक मंगलाचरण आदि के सुन्दर प सबको समझ में आनेवाली एक नयी विवाह पद्धति इस पद्धति से
SR No.010832
Book TitleAatmkatha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatya Samaj Sansthapak
PublisherSatyashram Vardha
Publication Year1940
Total Pages305
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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