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________________ . .. . शब्दसूची [जागरियजागरिय वा जागरिया--जा. जेटज्येष्ठ । गरित वा जागर्या जेणामेव-येन एव जाण-ज्ञा (धातु) . जेणेव-येन एव जाण-यान जेमण-जेमन जाणय--ज्ञानक, ज्ञानिक वा जोइय--योजित जाणु--जानु जोणिय-योनिक जाणुय--जानुक जोत्त-योक्न जामेव--यामेव जोयण--योजन जाय--जात झाण-ध्यान जाव-यावत् झय-वज जाहे-~यस्मिन् झिया-ध्ये वा धी (धातु) जिण- जिन झुलिर-शुषिर ( महारन्ध्र) जिभा--जिह्वा झुस-जूष, यूप् वा (धातु) जिमिय-जिमित झूसण-जूषण, पूषण वा जियसत्तु-जितशत्रु झुसिय-जूषित, यूपित वा जीव-जीव जीविय-जीवित ठव-स्थापय् (धातु) जीह-जिह्व ( बहुव्रीहिसमासे) ठाण- स्थान जइ-गुति ठिइ-स्थति जुग-युग ठिइय-स्थितिक जुगवन्त-युगवत् ठिइया-स्थितिका (स्थितकजुत्त-युक्त पदस्य स्त्रीलिङ्ग) जयल-युगल णं-(वाक्यालङ्कारे, प्राकृतलक्षणजुवाणय-युवक, वा युवन् मेव)
SR No.010825
Book TitleUvasagdasao
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages262
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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