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________________ ( ७५ ) ...३ सादि संस्थान-जिस कर्म के उदय से नाभिः नीच का भाग मात्र सुंदर और ऊपर का सुंदर न हो उसको सादि संस्थान नाम कम कहते हैं: . .. . . . . . . . . . ४ कूब्ज संस्थान जिस कर्म के उदय से हाथ, पैर, मुख, 'गर्दन सुंदर हों और छाती पेंट और पीठ सुंदर न हो उसको उसको कूब्ज संस्थान नाम कर्म कहते हैं. . ५ वामन संस्थान-जिस कर्म के उदय से हाथ पैर से अपूर्ण हो और सर्व अंग हो उसको वामन संस्थान: नाम कर्म कहते हैं. ६ हुंड संस्थान-जिस कर्म के उदय शरीर के सर्व अंग न सुंदर हो न उपयोगी हो किंतु खराब हो उसको हुंड संस्थान नाम कर्म कहते हैं नाम कर्म के ५ भेद. .. .. ....वणे नाम कर्म के ५ भेद.. • जिस.कर्म के उदय से शरीर को वर्ण भिन्न २ वर्ण का ण नाम कर्म कहते हैं वर्ण नाम कर्म के ५ भेद हैं. १ कृष्णवर्ण-जिस कर्म के उदय से शरीर शाही या गुली जैसा काला हो उसको कृष्णवर्ण नाम कहते हैं........ २:नीलवर्ण-जिस कर्म से तोते के पंख जैसा शरीर हरा हो उसको नीलवर्ण नाम कर्म कहते हैं.
SR No.010822
Book TitleKarm Vipak Pratham Karmgranth
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages131
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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