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________________ स्थूल काल-निर्णय १. कुमार-काल ३० वर्ष २. तप-काल १२ वर्ष ३. देशना-काल १० वर्ष आचार्य पूज्यपाद ने निर्वाण-भक्ति के निम्नांकित श्लोकों में महावीर का कुमार-काल ३० वर्ष, तप-काल १२ वर्ष और देशना-काल ३० वर्ष माना है। इस प्रकार उन्होंने महावीर की आयु स्थल गणना के अनसार ७२ वर्ष मानी है।* मुक्नवा गृ मार काले त्रिंशद्वर्पाण्यनंनगणगणिः । नि. भ. ५. (क) उम्नपीविधानादश वर्षाण्यभरपूज्यः ।१०। (ब) देशयमानी व्यहरस्त्रिंश द्वर्णाव्यथ जिनेन्द्रः ।१५।। --प्राचार्य पृज्यपाद निर्वाण भक्ति (ग) "द्विमप्ततिः म्यानम्हलु वर्धमान ॥ -वरांग चरित्र, मातनि, ५५ नोक (प) वर्धमान महावीर की परम प्राय केवल ७२ वर्ष थी।
SR No.010812
Book TitleTirthankar Varddhaman
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVidyanandmuni
PublisherVeer Nirvan Granth Prakashan Samiti
Publication Year1973
Total Pages100
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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