________________
पं.
४५
१६
W
४५
२१
~
अशुद्ध प्रति
प्रची गुट
गुष्टि गुटि
गुष्टि सिद्धि
लिष्टि षछिरी
पडादरी प्रगति
अगनि सदा
नव अवसि
अवलि हलवंत
हणवंत बाल गोदाई
बालगोसाई अजैपाल
अजेमल ददल नाथ
देवलनाथ महापुर्ण
महापुरुषों रदास
रदास जर परथ
जर (इ) भरत (डडनाथ)
(अतानाथ ) परितनाम
पदितनाम गुणश्री भूलन.
गुन श्री मुख नामा आगमतें
अगम ते रक्षाकार
रक्षा कर किहों का
किम का
पाप किय हुए
दुख (ङ) वेदान्त
पर तड़प द्विभाव
तणउ विभाय
ut
पाव
विषय
४६
१७
दर
सम स्पड असण कल्याणगु
असरण कल्याण गुण