SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 496
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४५२] त्रिषष्टि शलाका पुरुष-चरित्रः पर्व १. सग ६. [ नीचे बलभद्रकि चरित्र दिए गए हैं। उनके पिताओंके नाम. उनकी कायाका प्रमागा और उनके उत्पन्न होने के नगर सत्र वासुदेवोंके समानही होने हैं। इसलिए यहाँ नहीं दिए गए है । हरेक बलदेव क्रमश: वासुदेवके समयमही हुए हैं।] १-मद्रा नामकी माना अचल नामक पुत्र पहले बलदेव हाँग । उनकी श्रायु पचासी लाग्य बरसकी होगी। २-सुभद्रा मानाके विजय नामक पुत्र दूसर बलदेव होंगे। उनकी श्रायु पचहत्तर लाख बरसकी होगी। ३-सुप्रभा मानाकं भद्र नामक तीसरे बलदेव होंगे। उनकी श्रायु पैसठ लाग्न घरसकी होगी। ४-मुदर्शना माता मुप्रभ नामक चौथे बलदेव होंगे। उनकी श्रायु पत्रपन लाग्य बरसकी होगी। ५-विजया मानाके मुदर्शन नामक पाँच बलव होंगे। उनकी आयु सत्ता लान बरसकी होगी। ६-वैजयंती माताके श्रानंद नामक पुत्र छट बलदेव होंगे। उनकी आयु पचासी हजार बरसकी होगी। -जयंती माना नंदन नामक सातवें बलदेव होंगे। उनकी श्रायु पचास हजार बरसकी होगी। . ___-अपराजिता (प्रसिद्ध नाम कौशल्या) माताके पद्म (प्रसिद्ध नाम गमचंद्र) नामक पुत्र पाठवें बलदेव होंगे । टनकी श्रायु पंद्रह हजार बरसकी होगी। . . . . . ____-रोहिणी माताके राम (प्रसिद्ध नाम बलभद्र) नामक
SR No.010778
Book TitleTrishashti Shalaka Purush Charitra Parv 1 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnalal Varma
PublisherGodiji Jain Temple Mumbai
Publication Year
Total Pages865
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy