SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 312
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शब्द कोश २४९ ख काठउ काढिसु काछली १५५, १९५ लघु ___ काष्ट पात्र खडिया २२७ दवात ९४ कठोर खडोखलि १३३ पानीका हौद काढइ १७३ निकालती खप २५ आवश्यकता खमइ २११ क्षमा करे, सहै १९४ निकलू गा खमी ७५ क्षमाकर,सहन उखाडु गा खाडी १६३ खडित काण ७१ लिहाज खाट १५५ भोगे, प्राप्तकरे कामगवी १६९ कामधेनु खाघउ १९१ खाया कामण १४३ कामिनी खिस १४० सरक जाय कारग ५० हल्ला १५४ खीज कर कारिमउ ७२ व्यर्थ खीण १२२ दुर्बल । कारिमा १३२ व्यर्थ खीणा ५४ क्षीण काल्हा १९३ भौदू, अज्ञानी खीवें काल्हे वाल्हे ९४ १३८ कडक, चमक का वलि ७१ कौन फिर खह २१० स्कन्धा किलामण २.२ कष्ट खेलणा १२० क्रीडा किसण ५७ कृष्ण पक्ष खोडि १५, १६६, १८५ दोप, कीकीयउ १८० गीगा, बच्चा श्रुटि कुजकोइ २०१७ रेक २९, १३१ हरेक खोलउ २२७ गोद, वस्त्रमे मेवा कुलीक १४० मिष्टान्न का खोला १४७ कूट, मिथ्या भराना २ पीछा केडइ १३७,२०१,२२५ पीछे गठोडा २३१ कान का कितला १६६ कितने ही आभरण केरउ १७० का गध्रप २३७ गन्धर्व गवैये केहर ,१३२' कशरीसिंह गउरण १४८ गमन २१३ कैसी ५५ गति कोहाईय ५५ क्रोधादि गण्य ५५ गिना जाना कूड केड केही गई
SR No.010756
Book TitleJinrajsuri Krut Kusumanjali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year1961
Total Pages335
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy