SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 344
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ नाद उलि रा लाडू, तिल ना लाइ । त्रिगइ ना लाडू, मगरीया लाडू, झगरिया लाडू, सिंह केसरिया लाडू | वली बीना श्राप्या पकवान, जीमता वाधइ मुख नउ वान । ( श्रा) व्या पकवान सतपुडा खाजा सुकोमल सुहाली फाफाती फीणी दूधवना देहींथरा ( २८७ ) धृत मय धारी पडसूधी नी साकुली मुरकी माडी मनोहर मोटक सुतल्या सेघत्रा साकर सहित घेउर तिली तिलवटि चासद्र चूरिया पचधार लपनश्री पछड़ ग्रावी पडसूधी नी पोली, खाड घृत झत्रोली । रत्नु मालि, मद्दा सालि । - कमल सालि सुगंध सालि । सुद्ध सालि, कोमोदकी सालि । -कुंकणी सालि, तिलवासी सालि । जीराउलि सालि, सुवर्ण सालि । राय भोग सालि, गुरडा मालि । एवं विधि सालिना कुरुड णीयालय, सरहरउ, फरफरउ । सरसु, सुकोमलु, ऊजलर, विश्रागुलउ । दूबलउ, पेटि बहसइ, फूटी नीसरइ । sts पीरस्यइड तुष रहित मुडोरा मृग नी पहिति,
SR No.010755
Book TitleSabha Shrungar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherNagri Pracharini Sabha Kashi
Publication Year1963
Total Pages413
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy